भोपाल, अक्टूबर 2015/ वन्य प्राणी सप्ताह के दूसरे दिन 2 अक्टूबर को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान पक्षी अवलोकन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न विद्यालय, महाविद्यालयों एवं यूथ हॉस्टल के लगभग 265 पक्षी प्रेमियों ने पक्षी अवलोकन किया। ‘बर्ड वाचर्स’ ने विभिन्न प्रकार की स्थानीय एवं माइग्रेटरी प्रजातियों की पहचान की जिसमें चातक, खंजन, वुलीनेक स्टार्क, रेड मुनिया, लेसर विहसलिंग डक, नाइट हेरॉन आदि प्रमुख हैं। वन विहार के सहायक संचालक श्री पी.के. घई ने वर्ड वॉचर को पक्षी अवलोकन के बेसिक नियमों से अवगत करवाते हुए वन विहार में पाये जाने वाले प्रमुख पक्षियों की जानकारी दी। रिसोर्स पर्सन के रूप में भोपाल के प्रसिद्ध पक्षी विशेषज्ञ डॉ. सुरेन्द्र तिवारी एवं डॉ. संगीता राजगीर के अलावा अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) शहवाज अहमद एवं संचालक वन विहार अतुल जैन विशेष रूप से उपस्थित रहे।

विद्यालयीन वाद विवाद प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालय के 22 विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में अपने पक्ष-विपक्ष के विचार प्रस्तुत किये। वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय बहुत ही जागरूकतापूर्ण और विद्यार्थियों को उत्साहित करने वाला था। विषय था ”नागपंचमी पर सर्पों का प्रदर्शन उचित है” निर्णायक के रूप में सी.के.पाटिल, डॉ. गायत्री सिंह एवं दीपिका मिंज उपस्थित रहीं।

एक अन्य कार्यक्रम में सर्प विशेषज्ञ मो. सलीम द्वारा सर्पों का प्रदर्शन किया गया। सर्पों के बारे में फैली विभिन्न भ्रांतियों को दूर करते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) रवि श्रीवास्तव द्वारा दी गई जानकारी को उपस्थित दर्शकों द्वारा सराहा गया।

3 अक्टूबर को प्रातः 6.30 बजे पक्षी अवलोकन शिविर एवं प्रातः 7 बजे से फोटोग्राफी प्रतियोगिता की जायेगी प्रातः 9.30 बजे से शिक्षकों की वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन विहार वीथिका वन विहार में की जायेगी। एक कार्यक्रम के अंतर्गत दोपहर 12.00 बजे विभिन्न विद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकों के लिये कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।

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