भोपाल, अगस्त 2015/ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दोबारा नाम दर्ज करवाकर विश्व में मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाने के लिये वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की प्रशंसा की है। वन मंत्री ने कहा कि अपार जन-सहयोग और विभागीय अधिकारियों की मेहनत से लगातार दो वर्ष तक विश्व कीर्तिमान स्थापित करना तारीफ-ए-काबिल है।
वन मंत्री ने कहा कि यह विश्व रिकार्ड हरियाली महोत्सव में 31 जुलाई, 2014 को एक ही दिन में 9,272 रोपण-स्थल पर एक करोड़ 43 लाख 72 हजार 801 पौधे रोपण के लिये प्रदेश के नाम किया गया है। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड ने विश्व रिकार्ड दर्ज कर अपनी वेबसाइट पर घोषित कर दिया है। प्रदेश को आधिकारिक प्रमाण-पत्र भी मिल गया है।
पहला विश्व रिकार्ड भी शहडोल जिले में 22 जुलाई, 2013 को 55 लाख से अधिक पौध-रोपण के साथ मध्यप्रदेश के नाम ही है। हालाँकि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ने सत्यापन टीम की उपस्थिति वाले 17 लाख 8 हजार 181 पौधे को ही अपने रिकार्ड में शामिल किया था।
हरियाली महोत्सव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 31 जुलाई, 2014 को भोपाल में पौध-रोपण कर अभियान की शुरूआत की थी। इस दिन पूरे प्रदेश के सभी जिले में एक करोड़ 46 लाख पौधे गए थे। पौधरोपण में प्रदेश के मंत्री, विधायक, जन-प्रतिनिधि, न्यायाधीश, अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ नागरिकों ने अति उत्साह से भाग लिया था। पौध-रोपण विद्यालय, महाविद्यालय, सामुदायिक-स्थलों, निजी भूमि ओर वन क्षेत्रों में किया गया था। वन मंत्री ने दोनों विश्व रिकार्ड में महती भूमिका के लिये प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री वाई. सत्यम की प्रशंसा की है।
वनों का महत्व, वनों की सुरक्षा में जन-सहयोग एवं वन क्षेत्रों के बाहर वृक्षारोपण के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रतिवर्ष वन विभाग द्वारा हरियाली महोत्सव मनाया जाता है। महोत्सव का उद्देश्य पौध-रोपण कार्यक्रम को जन-आंदोलन का रूप देना, वनों के संवर्धन एवं वृक्षों के प्रति आम-जनता में जागरूकता एवं पर्यावरण संरक्षण में जन-भागीदारी बढ़ाना है।