इंदौर, अगस्त 2015/ हरदा में रेल हादसा पूरी तरह रेल विभाग की गलती है। इन हादसों और इतनी मौतों के बाद भी रेलवे की नींद नहीं खुल रही है। इंदौर में भी रेलवे के अधिकारी इस कदर लापरवाही बरत रहे हैं कि कभी भी हादसा हो सकता है। रेलवे कोचिंग डिपो में जहां रेलवे कोच की मरम्मत की जाती है वहां कामकाज इसलिए प्रभावित हो रहा हैं क्योंकि डिपो के स्टोर में जरूरी कलपुर्जे ही नहीं हैं। स्टोर खाली पड़ा है। कलपुर्जे नही होने से रेलवे कोच का मेंटेनेंस पूरी तरह नहीं हो पा रहा है। बिना उचित मेंटेनेंस के ही कोच को रैक में जोड़ कर ट्रेन को यात्रा पर रवाना कर दिया जाता है। इस गंभीर लापरवाही से किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
रेलवे के सूत्रों ने बताया कि ट्रेनों के इंदौर पहुंचने के बाद अगली यात्रा के पहले सभी कोच की तकनीकी जांच की जाती है। इस दौरान कई कलपुर्जों को तुरंत बदलना जरूरी होता है लेकिन यहां के स्टोर में कलपुर्जे ही नहीं हैं। पिछले लगभग10 माह से स्टोर में विभिन्न सामग्री और कलपुर्जों की कमी होती आ रही थी और अब तो स्टोर पूरी तरह खाली हो चुका है। तकनीकी विशेषज्ञ जब किसी कोच के खराब कलपुर्जों को बदलना चाहते हैं तो स्टोरकीपर द्वारा कहा जाता है कि पुराने किसी कोच से पुरजे निकाल कर लगा दो क्योंकि स्टोर में पुरजे नहीं हैं।