भोपाल, जून 2015/ मध्यप्रदेश में केन्द्र प्रवर्तित ग्रामीण विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की भारत सरकार के उच्च स्तरीय दल ने सराहना की है। केन्द्रीय दल ने आज धार जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीण समाज में इनसे आये सकारात्मक बदलाव को देखा। दल ने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर केन्द्रीय योजनाओं की मैदानी हकीकत और उससे गाँव वालों के जीवन में आई खुशहाली के बारे में चर्चा भी की।

भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव श्री जे.के. मोहपात्रा, अतिरिक्त सचिव श्री अमरजीत सिन्हा ने ग्राम सुलीबयड़ी, आँवलिया, भील बरखेड़ा और जीरापुर में संचालित ग्रामीण विकास योजनाओं का मौके पर अवलोकन किया। भील बरखेड़ा में ग्रामीणों से ग्रामीण विकास योजनाओं और जीरापुर में राष्ट्रीय आजीविका परियोजना के महिला स्व-सहायता समूह से सीधा संवाद भी किया। ग्रामीणों ने केन्द्रीय दल को बताया कि कपिलधारा कूप और वनाधिकार पट्टे मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है। ग्रामीणों ने बताया कि सिंचाई सुविधाओं में हुए विस्तार से अब वे एक फसल के स्थान पर 3 फसल लेने लगे हैं। इससे जहाँ पहले उन्हें 5-10 हजार रुपये की आय होती थी वहाँ अब वे 60 से 70 हजार रुपये कमा रहे हैं। कपिलधारा कूप रिचार्ज हो रहे हैं अब गर्मियों में भी कुओं में पानी रहता है। जिससे वह कद्दू और अन्य सब्जियों की खेती करते हैं। भील बरखेड़ा में मनरेगा में हुए विकास कार्यों से गाँव के लोगों के जीवन-यापन में काफी बदलाव आया है। कद्दू की बेतहाशा फसल होने से इंदौर की मण्डी में यह गाँव ‘कद्दू गाँव’ के रूप में पहचाना जाने लगा है।

केन्द्रीय दल ने ग्रामीणों से मनरेगा में मजदूरी के भुगतान के संबंध में भी पूछताछ की। ग्रामीणों ने दल को बताया कि उन्हें 15 दिन में मजदूरी का भुगतान हो रहा है। यह राशि बेंक के माध्यम से उनके खाते में जमा होती है। अतिरिक्त सचिव श्री सिन्हा गाँव के लोगों के जीवन में हुए आर्थिक बदलाव को देखकर प्रसन्न हुए।

केन्द्रीय दल ने ग्राम भील बरखेड़ा में नर्सिंग-झितरा में कपिलधारा कूप और मुख्यमंत्री आवास योजना में निर्मित आवास का अवलोकन किया। दल ने भील बरखेड़ा के 4 हितग्राही को 50-50 हजार रुपये की स्वीकृति-पत्र भी वितरित किये। दल के साथ ग्रामीण विकास विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी भी साथ थे।

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