भोपाल, जून 2015/ राज्य शासन ने ‘स्कूल चलें हम” अभियान के साथ ही जाति प्रमाण-पत्र जारी करने के अभियान की समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, संभागीय आयुक्त, विभागाध्यक्ष, जिला कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) और प्रबधंक लोक सेवा केन्द्र को अवगत करवाया है।
बीते साल शिक्षा सत्र एक जुलाई, 2014 से स्कूलों के माध्यम से कम्प्यूटराइज्ड डिजिटल जाति प्रमाण-पत्र जारी करने का विशेष अभियान शुरू किया गया था। अभियान में अभी तक प्राप्त आवेदन-पत्र में से 59 लाख प्रकरण का निराकरण हो गया है।
नये शिक्षा सत्र 2015-16 में भी प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रक्रिया के तहत जाति प्रमाण-पत्र जारी किये जायेंगे। स्कूल चलें हम अभियान में ही जाति प्रमाण-पत्र बनवाने के अभियान की समीक्षा की जायेगी। निर्देशों में कहा गया है कि संबंधित परिवार के बच्चे को आवेदन करने पर डिजिटल लेमिनेटेड जाति प्रमाण-पत्र मिलने की समीक्षा की जाये। यदि दूसरा बच्चा स्कूल में प्रवेश ले रहा है तो पहले बच्चे के जाति प्रमाण-पत्र की छायाप्रति संलग्न कर स्कूल में आवेदन अवश्य जमा करवायें, जिससे दूसरे बच्चे के लिये प्रमाण-पत्र जारी करने में कोई कठिनाई न हो। पूर्व में मेन्युअल जाति प्रमाण-पत्र ले चुके बच्चे से भी नये डिजिटल लेमिनेटेड जाति प्रमाण-पत्र बनवाने के लिये आवेदन-पत्र जमा किया जाये। स्कूल से उत्तीर्ण (पास आउट) व्यक्ति भी डिजिटल लेमिनेटेड प्रमाण-पत्र के लिये लोक सेवा केन्द्र में आवेदन कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि स्कूलों के माध्यम से जाति प्रमाण-पत्र बनने संबंधी योजना में शुल्क का भुगतान शासन द्वारा किया जा रहा है।