भोपाल जून 2015/ गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि आपदा-स्थल पर बचाव दल को तुरंत पहुँचने और कारगर ढंग से बचाव कार्य करना सिखाया जायें। श्री गौर आपदा प्रबंधन संस्थान में दो दिवसीय डिजास्टर मेनेजमेन्ट कार्यशाला के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में प्रदेश के सभी जिलों से होमगार्ड अधिकारी भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में डिजास्टर मेनेजमेन्ट पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे।
श्री गौर ने अधिकारियों से कहा कि बेहतर प्रबंधन से आई आपदा से होने वाली हानि को कम से कम किया जा सकता है। बचाव दल का उद्देश्य जीरो हानि हों। इसके लिए डिजास्टर कार्य में लगे अधिकारियों को स्वयं चुस्त-दुरूस्त और स्मार्ट होना चाहिये। सीखे और दूसरे को सिखायें ताकि बाढ़, भू-स्खलन और अन्य आपदाओं में प्रभावी बचाव कार्य कर सकें। बचाव की तकनीकों को विषय-विशेषज्ञों से सीखें। बचाव दल स्वयं को खतरे में डालकर दूसरों को खतरे से बचाने का कार्य करते हैं।
डीजी होमगार्ड ने बताया कि वर्षा काल के ठीक पूर्व इस कार्यशाला से बाढ़ प्रबंधन आदि पर अधिकारियों को महत्वपूर्ण इनपुट मिलेगा। जिला-स्तर पर भी इसी प्रकार की अब तक 600 कार्यशाला की जा चुकी हैं। होमगार्ड द्वारा निजी एजेंसियों के दस्तों को भी आपदा प्रबंधन की बेहतर ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम है। एडीजी होमगार्ड एस.के.पाण्डे, कार्यपालक संचालक डीएमआई राजेश मिश्रा और सचिव गृह डी.पी.गुप्ता मौजूद थे।