भोपाल, जून 2015/ रेत खदानों की ई-नीलामी में स्वीकृत बोलीकर्ताओं को मार्गदर्शन के लिये मध्यप्रदेश खनिज निगम द्वारा कार्यशाला का आयोजन प्रशासन अकादमी में किया गया। कार्यशाला में माइनिंग प्लान, पर्यावरण स्वीकृति एवं प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। साथ ही प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान भी किया गया।
सचिव खनिज साधन शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि यह क्षेत्र मॉडल के रूप में उभरे। उन्होंने कहा कि रेत खदानों का ई-ऑक्शन पहली बार हुआ है। इसमें 100 प्रतिशत पारदर्शिता से काम किया गया। प्रदेश में पर्यावरण सुरक्षा के साथ रेत की उपलब्धता बढ़ाने के प्रयास किये गये हैं। श्री शुक्ला ने कहा कि नदी के ईको सिस्टम को ध्यान में रखकर ही उत्खनन कार्य किया जाये। उत्खनन कार्य को मात्र एक आर्थिक गतिविधि न समझकर उसे पर्यावरणीय एवं सामाजिक दायित्व निभाकर काम करें।
कार्यशाला में संचालक भौमिकी एवं खनिकर्म श्री विनीत ऑस्टिन ने कहा कि रेत के उत्खनन में आने वाली कठिनाइयों का समाधान सभी के प्रयासों से होगा। कार्यशाला को उप सचिव खनिज साधन श्री तरुण राठी एवं कार्यपालक संचालक खनिज निगम श्री किशोर कान्याल ने भी संबोधित किया।