भोपाल, जून 2015/ रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज विकासखण्ड के जावरा गाँव के बागवनी और मलखार टोले में कुछ अलग ही माहौल है। यह माहौल है उत्साह और खुशी का। गाँव में यह माहौल बना है 11 के.व्ही. लाइन के 63 के.व्ही.ए. क्षमता के वितरण ट्रांसफार्मर के लोकार्पण से। आजादी के छह दशक बाद भी यह दोनों टोले बिजली से महरूम थे। क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा की जानकारी में जब यह बात आई तो उन्होंने इस दिशा में प्रयास किये। प्रयास रंग भी लाये और 19 लाख की लागत का ट्रांसफार्मर स्थापित हो गया। इसके बाद आदिवासी बहुल इन टोलों के 71 परिवारों के घरों में पहली बार बिजली पहुँची। आदिम-जाति कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध करवायी गयी राशि से यह काम हुआ।
ग्राम जावरा के टोला बागवनी निवासी प्रेम सिंह, जीत सिंह, करण सिंह, गयाराम, टोला मलखार के सुरेश, श्रीमती रामबाई, मांगीलाल ने बिजली के आने को किसी सपने के साकार होने जैसा बताया। केरोसिन वाले दिया और लालटेन की रोशनी से गुजर-बसर के बाद अब बिजली आने से उनकी तकलीफें कम हो गयी हैं। इन दोनों टोलों के पढ़ने वाले बच्चे भी खुश नजर आने लगे हैं। वे भी अब देर रात आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे।
उधर प्रदेश के 13 नक्सल प्रभावित गाँव को अक्षय ऊर्जा से रोशन किया गया है। इन गाँव में मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम ने 264 किलोवॉट क्षमता के संयंत्र स्थापित किये हैं। इन संयंत्रों की स्थापना पर 12 करोड़ 55 लाख की लागत आई है।
नक्सल प्रभावित जिन 13 गाँव में संयंत्र स्थापित किये गये हैं, उसके माध्यम से प्रत्येक परिवार को 2 लाइट पाइंट के साथ 60 वॉट का पॉवर पाइंट भी लगाकर दिया गया है। इन गाँव में व्यावसायिक गतिविधियों के लिये आटा चक्की, सामुदायिक भवन विद्युतीकरण एवं सोलर स्ट्रीट लाइट लगाये जाने की व्यवस्था की जा रही है। निगम की इस योजना से इन 13 गाँव के 1345 परिवार लाभान्वित हुए हैं। नक्सल प्रभावित जिन 13 गाँव में अक्षय ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये गये हैं, उनमें उमरिया और सीधी जिले के 3-3 तथा शहडोल जिले के 7 गाँव शामिल हैं। जिन 10 गाँव में अक्षय ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जा रहे हैं, उनमें सीधी और सिंगरोली जिले के 5-5 गाँव हैं। इसके अलावा प्रदेश के 10 अन्य नक्सल प्रभावित गाँव को भी अक्षय ऊर्जा स्रोत से बिजली पहुँचाने की योजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
केन्द्र सरकार के डिस्ट्रीब्यूशन जनरेशन कार्यक्रम में 6 जिले के 58 गाँव में अक्षय ऊर्जा से रोशनी पहुँचाने के लिये 32 करोड़ के प्रस्ताव नई दिल्ली भेजे गये हैं। इनमें अलीराजपुर के 28, कटनी के 12, जबलपुर के 3, मण्डला के 9, बड़वानी के 5 और छिन्दवाड़ा जिले का एक गाँव शामिल हैं। अक्षय ऊर्जा से इन गाँव में विद्युतीकरण होने पर लगभग 5,900 परिवार को लाभ पहुँचेगा। केन्द्र सरकार की इस योजना में 90 प्रतिशत राशि केन्द्रीय मद से और 10 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जायेगी।