भोपाल, जून 2015/ खाद्य-नागरिक आपूर्ति विभाग ने प्रदेश के 28 जिले के पहुँचविहीन गाँवों में बरसात के दौरान नागरिकों को सतत रूप से उचित मूल्य पर खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के लिए कोटा जारी किया है। यह कोटा जुलाई, अगस्त और सितम्बर माह के लिए जारी किया गया है। आवंटित खाद्यान्न के वितरण के लिए संबंधित जिला कलेक्टर को निर्देश भी दिये गये हैं। जिन जिलों के पहुँचविहीन क्षेत्रों के लिये यह आवंटन जारी किया गया है उनमें बालाघाट, बैतूल, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, देवास, डिण्डोरी, हरदा, होशंगाबाद, इंदौर, कटनी, खरगोन, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, रीवा, सागर, सीहोर, सिवनी, शहडोल, श्योपुर, सीधी, टीकमगढ़, उज्जैन और विदिशा जिला शामिल हैं।
इन जिलों के पहुँचविहीन गाँवों में रह रहे अंत्योदय अन्न योजना के 6 सदस्य वाले 14 हजार 997 परिवारों के लिए 11 लाख 44 हजार 5 किलोग्राम गेहूँ, 4 लाख 30 हजार 680 किलोग्राम चावल का आवंटन जारी किया गया है। इन जिलों में प्राथमिकता परिवारों जिनकी सदस्य संख्या प्रति परिवार 7 एवं 7 से अधिक है, ऐसे 3 लाख 78 हजार 157 सदस्य के लिए 41 लाख 24 हजार 697 किलोग्राम गेहूँ, 15 लाख 47 हजार 658 किलोग्राम चावल का आवंटन जारी किया गया है।
इन जिलों में अंत्योदय अन्न योजना और प्राथमिकता परिवारों के कुल 95 हजार 323 परिवार के लिए 3 माह के लिए 2 लाख 85 हजार 969 किलोग्राम शक्कर और इतनी ही मात्रा में नमक का आवंटन जारी किया गया है। इन गाँव में ग्रामीणों को बरसात के दौरान केरोसिन की उपलब्धता के लिए अंत्योदय अन्न योजना के 17 हजार 827 परिवार के लिए 2 लाख 67 हजार 405 लीटर और प्राथमिकता परिवार के 77 हजार 496 परिवार के लिए 9 लाख 29 हजार 952 लीटर केरोसिन आवंटित किया गया है। आवंटित कोटा मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन के प्रदाय केन्द्रों से उठाकर उचित मूल्य दुकानों पर शीघ्र पहुँचवाने के निर्देश भी दिये गये हैं।
प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाने आवश्यक वस्तुओं का त्वरित परिवहन, उचित मूल्य दुकान स्तर पर नियमित उपलब्धता एवं नियंत्रण के उद्देश्य से द्वार प्रदाय योजना लागू की गई है। इसमें लीड समिति के स्थान पर मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन द्वारा उचित मूल्य दुकानों तक सामग्री प्रदाय की जा रही है। राज्य में लगभग 22 हजार शासकीय उचित मूल्य दुकान के माध्यम से पात्र परिवारों को एक रुपये की दर पर एक किलो गेहूँ, एक किलो चावल उपलब्ध करवाया जा रहा है।