भोपाल, जून 2015/ जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान (वाल्मी) को उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान के रूप में विकसित किया जायेगा। अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास अरुणा शर्मा ने वाल्मी परिसर के भ्रमण और इस संस्थान की समीक्षा के दौरान यह बात कही। इस अवसर पर परिसर के प्रशासनिक भवन, छात्रावास, बाउण्ड्री-वॉल तथा उद्यान विकास कार्यों के बारे में भी चर्चा हुई। वाल्मी परिसर में आगामी वर्षों में 25 करोड़ की लागत से विभिन्न विकास कार्य होंगे। इस बारे में श्रीमती शर्मा ने दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने परिसर को सुन्दर बनाने और पर्यावरण संवर्धन गतिविधियों के बारे में भी सुझाव दिये।

भूमि एवं जल प्रबंध संस्थान भोपाल में कलियासोत डेम के पास स्थित है। यहाँ वर्तमान में जल-संसाधन विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (आर.ई.एस.) और ग्रामीण सड़क तथा आवास प्राधिकरण (आर.आर.डी.ए.) के अभियंताओं और तकनीकी अमले को प्रशिक्षण दिया जाता है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के जल-ग्रहण कार्यक्रम, स्वच्छ भारत अभियान और त्रि-स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के लिये भी समय-समय पर प्रशिक्षण आयोजित होते हैं। परिसर में छात्रावास को भी 200 सीटर किये जाने के निर्देश अपर मुख्य सचिव ने दिये।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण सड़क तथा आवास प्राधिकरण श्रीमती अलका उपाध्याय ने वाल्मी परिसर में स्थापित होने वाले रूरल कनेक्टिविटी ट्रेनिंग एण्ड रिसर्च सेंटर तथा रूरल रोड नेटवर्क मेनेजमेंट यूनिट के भवन निर्माण तथा परिसर विकास गतिविधियों की जानकारी दी। संचालक वाल्मी श्री राजेश प्रसाद मिश्रा ने प्रशिक्षण गतिविधियों और विशेष आयोजनों की जानकारी दी। उन्होंने परिसर के विकास के लिये हो रहे कार्यों से भी अवगत करवाया। बैठक में सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री संजीव कुमार झा, संचालक ग्रामीण रोजगार एवं प्रशिक्षण श्री विभाष कुमार ठाकुर तथा प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा श्री कपाले सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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