भोपाल। कलात्मकता मनुष्य में मनुष्यत्व का विकास करती है। यह बात आज वन मंत्री श्री सरताज सिंह ने वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में वन्य-प्राणी सप्ताह-2012 का शुभारंभ करते हुए कही। प्रमुख सचिव वन श्री देवराज बिरदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री रमेश कुमार दवे सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
एक अक्टूबर से सात अक्टूबर तक चलने वाले वन्य-प्राणी सप्ताह का आगाज़ आज चित्रकला प्रतियोगिता से हुआ। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ वन मंत्री ने हिरण का चित्र बनाकर किया। प्रतियोगिता में भोपाल के 50 स्कूलों के करीब एक हजार बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वन विहार और वन्य-प्राणियों पर केन्द्रित चित्र बनाये।
वन मंत्री श्री सरताज सिंह ने इस अवसर पर ईको टूरिज्म बोर्ड की प्रदर्शनी के साथ ही वन विहार के वन्य-प्राणियों पर केन्द्रित फोटो प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
पर्यटकों के लिये 30 साइकिल का इज़ाफा
वन मंत्री ने इस अवसर पर वन कामगार समिति द्वारा पर्यटकों के वन विहार में भ्रमण के लिये लाई गई 30 साइकिल भी सौंपी। इन साइकिलों में 12 महिला साइकिल भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि वन विहार के कर्मचारियों द्वारा पिछले तीन साल से सहकारी समिति का संचालन किया जा रहा है। समिति द्वारा वन विहार में पर्यटकों के लिये 94 साइकिल चलाई जा रही हैं जिनसे अब तक समिति को 3 लाख रुपये का लाभ अर्जित हुआ है। यह राशि कर्मचारियों की मुश्किल घड़ी में ऋण के रूप में उन्हें उपलब्ध करवाई जाती है। साथ ही साइकिलों से भ्रमण करने से वन विहार की प्रदूषण से भी रक्षा होती है।