भोपाल, जून 2015/ प्रदेश के हाथकरघा और हस्त-शिल्प उत्पाद नगरों के शापिंग माल में भी मिलेंगे। शासन माल में स्थान किराये से लेकर बुनकर और हस्त-शिल्पियों को उपलब्ध करवायेगा। प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग प्रवीर कृष्ण ने बताया कि शापिंग माल गौहर महल भोपाल, इंदौर, ग्वालियर मेला, भोपाल हाट बाजार सहित ऐसे 75 केन्द्र पर बनाये जा रहे हैं जहाँ प्रदेश के बुनकरों द्वारा तैयार चंदेरी, महेश्वर साड़ियाँ और हस्त-शिल्पियों द्वारा आकर्षक कलाकृतियों सहित अन्य वस्तुएँ एक ही छत के नीचे साल भर मिलेगी।
प्रमुख सचिव ने कहा कि उन्होंने हाल ही में चंदेरी भ्रमण के दौरान चंदेरी साड़ी बनाने वाले बुनकरों से चर्चा कर उनकी समस्याओं को जाना और हाथकरघा क्षेत्र के विकास संबंधी सुझाव प्राप्त किये। चंदेरी साड़ियों के परम्परागत डिजाइन में आधुनिक डिजाइन के फ्यूजन से आज के अनुरूप डिजाइन तैयार करने की ट्रेनिंग बुनकरों को दी जायेगी। कम्प्यूटर ग्राफिक्स के माध्यम से नेशनल फेशन डिजायनिंग इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों और अन्य ख्यात प्रोफेशनल को बुनकरों को सीखाने चंदेरी लाया जायेगा।
प्रदेश के सभी बुनकर और हस्तशिल्पी परिवारों के लिए स्वास्थ्य सेवा गारंटी योजना लागू की जायेगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि हाथकरघा और हस्त-शिल्प क्षेत्र में स्वर्ण क्रांति योजना में यह घटक शामिल किये जा रहे हैं।