भोपाल, मई 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये है कि कृषि महोत्सव को व्यापक जन-अभियान के रूप में चलायें। महोत्सव के दौरान प्रदेश में कृषि के परिदृश्य को बदलने और किसानों की आय बढ़ाने का अभियान चलाया जाये। फसल चक्र परिवर्तन और उद्यानिकी फसलों, खाद्य प्र-संस्करण के बारे में किसानों को जागरूक किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। प्रदेश में यह महोत्सव आगामी 25 मई से 15 जून तक होगा। बैठक में किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन और मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कृषि महोत्सव के दौरान किसानों को कृषि की अत्याधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जाये। इस दौरान दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और क्षेत्रवार उद्यानिकी फसलों की जानकारी दी जाये। किसानों को प्रगतिशील किसानों के अनुभवों से भी रू-ब-रू करवायें। किसानों को जैविक खेती के बारे में जागरूक किया जाये। महोत्सव में ग्राम, विकासखंड, जिला और राज्य स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों की प्रतिदिन ऑनलाइन मानीटरिंग की जाये। महोत्सव के लिये प्रेरक गीत तैयार किया जाये।
बैठक में बताया गया कि कृषि महोत्सव के दौरान प्रदेश के सभी ग्रामों में कृषि-क्रांति रथ जायेंगे। इनके माध्यम से कृषि संगोष्ठी, कृषि यंत्रों का प्रदर्शन और उद्यानिकी किट का वितरण किया जायेगा। रथ में कृषि वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान रहेंगे। प्रदेश में 313 कृषि क्रांति रथ बनाये जायेंगे। महोत्सव के दौरान मृदा स्वास्थ्य, किसान क्रेडिट और मछुआ क्रेडिट कार्ड दिये जायेंगे। नामांकन, बँटवारा और सीमांकन के प्रकरणों का निपटारा भी किया जायेगा। मुख्यमंत्री खेत तीर्थ योजना के दलों का भ्रमण करवाया जायेगा। महोत्सव के दौरान राज्य-स्तरीय कृषि अभियांत्रिकी मेला, राज्य कृषक उत्पादक संगठन का सम्मेलन, मत्स्य-कृषकों की संगोष्ठी, राज्य-स्तरीय जैविक और उद्यानिकी मेला, फसल बीमा योजना पर कार्यशाला होगी।