भोपाल, मई 2015/ प्रदेश की दूसरी महिला पंचायत 18 मई को मुख्यमंत्री निवास में होगी। पंचायत की तैयारियों की महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने समीक्षा की। उन्होंने पंचायत में आने वाली महिला प्रतिनिधियों के लिये बेहतर व्यवस्था करने के साथ ही उनकी अपेक्षा भी जानने के लिये कहा। बैठक में प्रमुख सचिव, महिला-बाल विकास जे.एन. कंसोटिया, आयुक्त महिला सशक्तिकरण कल्पना श्रीवास्तव एवं आयुक्त एकीकृत बाल विकास पुष्पलता सिंह उपस्थित थीं।
श्रीमती माया सिंह ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार है जब महिलाओं के हित में निर्णय लेने के पूर्व दूसरी बार उनसे मुख्यमंत्री रू-ब-रू होकर चर्चा करेंगे। इसके पूर्व 30 जुलाई, 2006 को महिला पंचायत हो चुकी है। इसमें मुख्यमंत्री ने महिलाओं के हित में 14 महत्वपूर्ण घोषणाएँ की थीं, जो सभी पूरी हो चुकी हैं। इससे महिलाएँ उत्साहित हैं और उनमें हर्ष व्याप्त है। श्रीमती सिंह ने कहा कि दूसरी पंचायत का मूल उद्देश्य बदलते परिवेश में महिलाओं की भूमिका और इसके लिये उन्हें अवसर प्रदान करने के संबंध में विमर्श है।
श्रीमती सिंह ने सभी 51 जिलों के महिला-बाल विकास अधिकारियों से पंचायत में भाग लेने वाली महिलाओं की चयन प्रक्रिया पूरी करने को कहा। पंचायत में आने वाली महिलाएँ सभी वर्ग की हों। अधिकारी महिलाओं की रोजमर्रा की समस्याओं और उनकी अपेक्षाओं से भी अवगत हों।
बैठक में पंचायत की रूपरेखा के संबंध में चर्चा हुई। काम के निर्धारण के साथ ही व्यवस्थाओं के लिये प्रभारी नियुक्त किये जाने के निर्देश महिला-बाल विकास मंत्री ने दिये। बैठक में महिलाओं को दी जाने वाली उपयोगी सामग्री के संबंध में विचार किया गया। श्रीमती सिंह ने कहा कि महिलाओं के हित में राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी जाये ताकि वे उससे अवगत हों और जरूरतमंद महिलाओं को इसका लाभ दिला सकें।