भोपाल, मई 2015/ महिला-बाल विकास विभाग को सुदृढ़ बनाने और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये मैदानी अमले में वृद्धि के साथ विभिन्न पद पर पदोन्नति की गई है। हाल ही में विभाग ने 900 पर्यवेक्षक की नियुक्ति तथा 211 अधिकारी और पर्यवेक्षक को पदोन्नति दी है।
बच्चों और महिलाओं तक योजनाओं का लाभ पहुँचाना सुनिश्चित करने और अमले की कमी दूर करने के लिये एकीकृत बाल विकास सेवा संचालनालय ने व्यापमं के जरिये पर्यवेक्षक की परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा में शामिल 586 महिलाएँ सीधी भर्ती से और 322 आँगनवाड़ी कार्यकर्ता पर्यवेक्षक के पद पर चयनित हुई। इन सभी पर्यवेक्षक को प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पदस्थ किया गया है। इनके प्रशिक्षण के लिये एक विस्तृत कार्यक्रम भी तैयार किया जा रहा है। व्यापमं से 6 डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति की गई है।
चयनित पर्यवेक्षक में सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के नि:शक्तजन कोटे से 51, सामान्य वर्ग के 439, पिछड़ा वर्ग के 112, अनुसूचित जाति के 141 तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के 171 महिला का चयन किया गया है।
विभाग ने नई नियुक्ति के साथ ही 211 अधिकारी और पर्यवेक्षक की पदोन्नति की है। इनमें 9 उप संचालक को संयुक्त संचालक, 7 सहायक संचालक को उप संचालक, 15 बाल विकास परियोजना अधिकारी को सहायक संचालक, 13 पर्यवेक्षक को बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा 157 पर्यवेक्षक को विकासखंड महिला सशक्तिकरण अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया है। दस सहायक ग्रेड-2को सहायक ग्रेड-1 के पद पर पदोन्नत किया है।