भोपाल, मई 2015/ गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि प्रदेश में पुलिस अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये फ्री-हेण्ड दिया गया है। किसी भी प्रकार के दबाव और झिझक की अधिकारियों को जरूरत नहीं है। आम जनता में पुलिस की अच्छी छवि बने, आमजन सुरक्षित रहें और महसूस भी करें। अपराधियों में पुलिस का खौफ कायम हो, अपराधों पर नियंत्रण और रोकथाम हो, इसके लिये पुलिस अधिकारी कार्यवाही के लिये स्वतंत्र हैं। मैदानी पुलिस अमले को इस ढंग से मोबिलाइज करें कि सकारात्मक परिणाम दिखाई दें। श्री गौर उज्जैन में पुलिस अधिकारियों के साथ सिंहस्थ-2016 के संबंध में पुलिस विभाग की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। आई.जी. उज्जैन मधुकुमार बाबू समीक्षा बैठक में मौजूद थे।

श्री गौर ने कहा कि पुलिस-प्रबंधन का उपयोग अपराधों पर कारगर ढंग से रोक कायम करने में किया जायेगा। इसके लिये थानों को ए, बी, सी और डी वर्ग में थानों में दर्ज जघन्य अपराधों की संख्या पर बाँटा जायेगा। जिन थानों में अपराधों की संख्या अधिक होगी, वहाँ अधिक पुलिस बल तैनात किया जायेगा। उन्होंने पुलिस द्वारा सिंहस्थ-2016 के लिये सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिये बनायी गयी योजनाओं के संबंध में अब तक हुई तैयारी की समीक्षा के साथ सिंहस्थ-2016 के लिये उज्जैन पुलिस को मिले बजट के उपयोग की भी समीक्षा की।

श्री गौर ने उज्जैन सिंहस्थ के लिये विभिन्न घाट और मेला क्षेत्र में सुरक्षा एवं भीड़ नियंत्रण के लिये किये जा रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। कहा कि ये काम समय पर पूरे हों।

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