भोपाल, मई 2015/ जिला प्रशासन द्वारा की गई एक बड़ी कार्रवाई में चार गांव की सीमा में लगभग 80 एकड़ क्षेत्र में बनने वाली अवैध कालोनियों को शुरूआती चरण में ही बनने से रोक दिया गया। इन कालोनियों में प्लाटिंग कर बिजली पोल, तार, फैसिंग, रोड आदि के निर्माण पर बुलडोजर चलाकर भूमि को समतल कर दिया गया। यह वह क्षेत्र है जहां पर बड़े तालाब का कैचमेंट एरिया है जो अभी न भविष्य में कभी आवासीय हो सकता है वहां पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कालोनियां काटी जा रही थी।
एसडीएम हुजूर माया अवस्थी, तहसीलदार सुधीर कुशवाह के साथ राजस्व विभाग के एक दर्जन अमले और चार जेसीबी मशीनों के साथ बरखेड़ा नाथू, कलखेड़ा, सिकन्दराबाद और रातीबढ़ पहुंचीं। सुबह 9 बजे से शुरू यह अभियान लगातार आठ घंटे चला और मशीनें तभी रोकी गई जब कालोनियों के निशान पूरी तरह से मिटा दिए गए। एसडीएम ने बताया कि यह क्षेत्र कैचमेंट एरिया में आता है और इससे लगा एरिया भी लैंडयूज के हिसाब से कृषि का है यहां पर आवासीय निर्माण की अनुमति नहीं है इसके बावजूद भी कईं लोगों द्वारा कालोनियों को काटा गया, बाकायदा रोड बनाई गई, प्लाटिंग की गई, तार फैसिंग की गई, जिससे लगता है कि यह एक कालोनी है। इस भ्रम में कईं लोग सस्ते के लालच में इन लोगों के झांसे में आकर अवैध कालोनी में प्लाट खरीद लेते हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और जहां भी ऐसी शिकायतें मिलेंगी वहां पर राजस्व विभाग अमला लेकर इनको खत्म करने के लिए पहुंचेगा।
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा कि लोग इस बात का ध्यान रखें कि जिस क्षेत्र में टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग की अनुमति नहीं है। लैंडयूज आवासीय नहीं है वहां पर किसी भी कीमत पर प्लाट नहीं खरीदें। उन्होंने कहा कि प्लाट खरीदने के पहले पूरी तरह इस बात को देख लें कि जिस कालोनी में वह प्लाट या मकान ले रहे हैं वह वैध कालोनी है। उन्होंने कहा कि नगर के आसपास गैर आवासीय उपयोग वाली कृषि भूमि और तालाब के कैचमेंट एरिया के क्षेत्र में कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कालोनी काटकर प्लाट बेचने की खबरें फैलाई जाती हैं। इन पर यकीन नहीं करें।