भोपाल, अप्रैल 2015/ भूकम्प प्रभावित काठमाण्डू, नेपाल से मध्यप्रदेश के जिन 24 लोगों का पता लगा था उनमें से 23 कल रात सुरक्षित नेपाल की सीमा पार कर उत्तर प्रदेश और बिहार के रास्ते अपने घरों के लिये रवाना हो गये हैं। एक नागरिक बेस केम्प में सुरक्षित है।

उल्लेखनीय है कि भोपाल में राज्य आपदा आपातकालीन मोचन बल के सक्रिय होने के साथ-साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मध्यप्रदेश भवन नई दिल्ली से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक पटेरिया तथा सत्कार अधिकारी सुनील पसरीचा को काठमाण्डू भेजा था ताकि वहाँ जितने भी मध्यप्रदेश वासी भूकम्प में फँसे हैं उन्हें सुरक्षित वापिस लाया जा सके। दिल्ली से भेजे गये दोनों अधिकारी अभी काठमाण्डू में ही हैं और सौंपे गये दायित्व का मुस्तैदी से निर्वहन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री की पहल पर सक्रिय हुए राज्य आपदा आपातकालीन मोचन बल ने बताया कि चिन्हित सभी मध्यप्रदेशवासियों को काठमाण्डू से बस द्वारा रवाना किया गया। इनमें से शहडोल निवासी 20 लोगों का दल कल रात सोनोली बार्डर पार कर गोरखपुर पहुँचा। कलेक्टर शहडोल ने इस दौरान दल के मुखिया श्री मोहन लाल राठौर से सतत सम्पर्क बनाकर और कलेक्टर गोरखपुर की मदद से शहडोलवासियों की घर वापसी आश्वस्त कर ली है। इसी प्रकार छपारा, सिवनी के श्री बंशीलाल डहेरिया का परिवार, जिसमें उसकी पत्नी और बेटी शामिल हैं, कल रात बस द्वारा नेपाल की सीमा पार कर बिहार बार्डर पर पहुँचा। वहाँ से स्थानीय प्रशासन की मदद से उनकी सुरक्षित गृह नगर वापसी की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गईं।

सतना निवासी श्री रत्नेश पाण्डे अन्तर्राष्ट्रीय टीम के साथ ट्रेकिंग के लिये गये थे। उन्हें  27 अप्रैल को ही शासकीय हेलीकाप्टर द्वारा दल सहित बचा लिया गया था। श्री रत्नेश पाण्डे नेपाल के बेस केम्प में सुरक्षित हैं।

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