भोपाल, मार्च 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओला और बेमौसम बरसात से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिये फसल बीमा का लाभ दिलाने की दृष्टि से फसल कटाई प्रयोग तुरंत शुरू किया जायेगा। 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान उठाने वाले किसानों के कर्ज की वसूली स्थगित की जायेगी। अल्पावधि ऋणों को मध्यावधि ऋणों में बदल दिया जायेगा और उनका ब्याज सरकार देगी। प्रभावित किसानों को खाद, बीज जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर मिलेगा।

मुख्यमंत्री सिवनी जिले के सीहोर और सीहोरा मड़का में प्रभावित फसलों के नुकसान का जायजा लेने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और फसलों के नुकसान को देखा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। सर्वे कार्य व्यापक पैमाने पर चल रहा है और इसमें पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है। 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान को 100 प्रतिशत माना जायेगा। सर्वे की सूची आम लोगों के अवलोकन के लिये पंचायत भवन में लगायी जायेगी। कोई भी इस पर आपत्ति और सुझाव दे सकता है। आवश्यकता होने पर पुन: सर्वे किया जायेगा।

राज्य सरकार ने प्रभावित किसानों की मदद के लिये फौरी तौर पर 500 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं। जितनी भी आवश्यकता होगी, उतनी राशि दी जायेगी। किसानों को फसल बीमा लाभ दिलवाने के लिये सभी कदम उठाये जायेंगे, जिससे नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो सकेगी। पिछले साल प्रदेश में किसानों को 2187 करोड़ की राशि फसल बीमा में दिलवायी गई, जो देश में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर और सब्जी तथा मसालों की फसलों के नुकसान पर 26 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से राहत दी जायेगी।

व्यक्ति की मृत्यु पर 1.5 लाख, पशुओं की मृत्यु पर 16 हजार 500 और छोटे जानवरों की मृत्यु पर 10 हजार रुपये की सहायता दी जायेगी। मकान, कबेलू, खपरे आदि टूटने पर अलग से राहत की व्यवस्था की जायेगी। प्रभावित किसानों की बेटी की शादी के लिये 25 हजार रुपये की सहायता दी जायेगी। जिन किसानों की पूरी फसल नष्ट हो गई है, उन्हें अगली फसल तक गेहूँ, चावल और नमक एक रुपये प्रति किलो की दर से दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने किसानों को सांत्वना देते हुए कहा कि संकट से सभी मिलकर निपटेंगे और किसानों को सहायता तथा राहत में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने सतना जिले की रघुराज नगर तहसील के ग्राम कुआँ, बाबूपुर और पवैया के किसानों के खेतों में जाकर ओला वृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई फसलों का निरीक्षण किया। पवैया में नागेन्द्र सिंह के खेत में गेहूँ की फसल, अमर सिंह के खेत में चने की फसल और अरुण सिंह के खेत में जाकर मसूर की क्षतिग्रस्त फसलों को देखा। जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मुख्यमंत्री के साथ थे।

निरीक्षण के बाद किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में किसानों की आँखों में आँसू नहीं आने दिये जायेंगे। सरकार पूरी शिद्दत से उनकी मदद करेगी। उन्हें फसल बीमा योजना का लाभ भी दिलवाया जायेगा।

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