भोपाल, मार्च 2015/ परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि समाज एवं सरकार को दिशा देने में पत्रकारिता का महत्वपूर्ण योगदान है। पत्रकारिता चरित्र निर्माण, राष्ट्र निर्माण के साथ पीड़ित एवं शोषित लोगों को न्याय दिलाने में मददगार भी है। श्री सिंह यहाँ भुवन भूषण देवलिया स्मृति व्याख्यान माला-2015 को संबोधित कर रहे थे। परिवहन मंत्री ने आंचलिक पत्रकार रमाशंकर शर्मा को 11 हजार रुपये का चेक एवं प्रशस्ति-पत्र भेंट कर स्वर्गीय भुवन भूषण देवलिया पुरस्कार से सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर ने की।

मंत्री ने कहा कि पत्रकारिता एवं जन-संचार विभाग, सागर विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष स्व. भुवन भूषण देवलिया का सागर जिले एवं बुन्देलखण्ड की पत्रकारिता में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके अनेक छात्र आज राजधानी भोपाल के अलावा दिल्ली, मुम्बई जैसे महानगरों में सागर विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। कार्पोरेट पत्रकारिता के वर्तमान दौर में मूल्य आधारित पत्रकारिता एक चुनौती भरा काम है।

‘पत्रकारिता का सामाजिक सरोकार” पर व्याख्यान-माला में प्रो. बृजकिशोर कुठियाला, कुलपति माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने कहा कि एक-दूसरे का हाल समझने का माध्यम पत्रकारिता है। वर्तमान प्रौद्योगिकी युग में पत्रकारिता केवल समाचार-पत्रों तक सीमित नहीं रह गई है। इससे पूरा विश्व आपस में जुड़ गया है। वरिष्ठ पत्रकार गिरिजाशंकर ने कहा कि न्याय से वंचित लोगों की आवाज पत्रकारिता के माध्यम से उठाना महत्वपूर्ण सामाजिक सरोकार है। सामाजिक सरोकार के असली वाहक सुदूर इलाकों में कार्य करने वाले पत्रकार हैं। दूरदर्शन केन्द्र भोपाल के उप निदेशक समाचार विनोद नागर ने कहा कि स्व. देवलिया ने जीवन पर्यन्त तथ्यपरक एवं विश्वसनीय खबरों को महत्व दिया।

पद्मश्री श्रीधर ने कहा कि स्व. भुवन भूषण देवलिया में विषय-वस्तु को समझने एवं उन्हें विश्वसनीयता के साथ प्रेषित करने की अद्भुत क्षमता थी। कार्यक्रम का संचालन पद्म भण्डारी एवं उपस्थित लोगों का आभार अशोक मनवानी ने प्रदर्शित किया। माधवराव सप्रे समाचार-पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान में हुए इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार, गणमान्य नागरिक एवं स्व. देवलिया के परिजन उपस्थित थे।

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