भोपाल। मध्यप्रदेश पूर्व, पश्चिम तथा मध्य क्षेत्र विद्युत कम्पनी के विभिन्न क्षेत्रों के अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष 2012-13 के अगस्त माह के अंत तक पूरे प्रदेश में 4 लाख 10 हजार 195 उच्च-दाब एवं निम्न-दाब उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शनों की जाँच की गई। इसमें से 95 हजार 523 बिजली कनेक्शन में अनियमितताएँ पाई गईं या चोरी के प्रकरण दर्ज किये गये। इन प्रकरणों से 74 करोड़ 16 लाख 91 हजार रुपये की राजस्व वसूली की गई। इस दौरान विशेष न्यायालयों में 27 हजार 926 बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण भी प्रस्तुत किये गये।
मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के जबलपुर, रीवा और सागर क्षेत्र में वर्ष 2012-13 के अगस्त माह के अंत तक कुल 44 हजार 893 बिजली कनेक्शन की जाँच में से 17 हजार 684 में बिजली चोरी या अनियमितताएँ पाई गईं। इन अनियमितताओं के विरुद्ध 9 करोड़ 18 लाख 90 हजार रुपये की राजस्व वसूली की गई। कम्पनी के अंतर्गत 3,875 बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किये गये।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के इंदौर और उज्जैन क्षेत्र में इस दौरान 3 लाख 6 हजार 658 बिजली कनेक्शन की जाँच कर 57 हजार 730 कनेक्शन में बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण पकड़े गये। इन प्रकरण में 49 करोड़ 58 लाख 11 हजार रुपये की राजस्व वसूली की गई। इस दौरान 13 हजार 192 प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किये गये।
मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के भोपाल और ग्वालियर क्षेत्र में इस दौरान कुल 58 हजार 644 बिजली कनेक्शन की जाँच की गई। इनमें से 20 हजार 109 में उपभोक्ताओं द्वारा बिजली चोरी या अनियमितता करना पाया गया। ऐसे उपभोक्ताओं से 15 करोड़ 39 लाख 90 हजार रुपये की राजस्व वसूली की गई। कम्पनी के अंतर्गत कुल 10 हजार 859 प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किये गये।