भोपाल, फरवरी 2015/ मध्यप्रदेश को वाटरशेड प्रबंधन और भूमि विकास कार्यों में प्रशंसनीय नवाचारों के लिये नई दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया। केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने गरिमापूर्ण समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने मध्यप्रदेश के प्रयासों को अनुकरणीय बताते हुए अपनाये गये नवाचारों की प्रशंसा की। प्रदेश की ओर से संयुक्त आयुक्त ग्रामीण विकास श्री विकास दवे ने सम्मान को ग्रहण किया। केन्द्रीय राज्य मंत्री ग्रामीण विकास श्री सुदर्शन भगत समारोह में उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में जलग्रहण क्षेत्र प्रबन्धन में परिणाममूलक कार्य के लिये रिमोट सेंसिंग आधारित कार्य-प्रणाली को श्रेष्ठ श्रेणी में रखते हुए केन्द्र ने बेस्ट प्रेक्टिसेस सम्मान दिया है। प्रदेश में कार्यक्रम में वर्षा आधारित खेती वाले क्षेत्रों में जल-संरक्षण, संवर्धन तथा मृदा-संरक्षण का कार्य किया जा रहा है ताकि कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी कर संवहनीय ग्रामीण आजीविका सुनिश्चित की जा सके। वर्तमान में प्रदेश में 29 लाख 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में 3522 करोड़ लागत की परियोजनाएँ संचालित हैं।