भोपाल, फरवरी 2015/ नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि मध्यप्रदेश ऊर्जा के क्षेत्र में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में पाँच मेगावाट से कम के संयंत्र स्थापित करने छोटे एवं मझोले निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही नई नीति बनाएगी। श्री शुक्ल ने नई दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय Re-invest 2015 सम्मेलन के समापन सत्र पर यह बात कही। सत्र की अध्यक्षता केन्द्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने की। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री ने निवेशकों से भी बातचीत कर उन्हें आमंत्रित किया ।
केन्द्रीय मंत्री ने मध्यप्रदेश द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों की सराहना की और अन्य राज्यों को मध्यप्रदेश द्वारा किये गये अभिनव प्रयासों का अनुसरण करने की सलाह भी दी।
सम्मेलन में श्री शुक्ल ने ऊर्जा के क्षेत्र में अलग-अलग निवेशकों से विस्तार से बातचीत की और प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित भी किया। समापन सत्र राज्यों पर केन्द्रित था जिसके अंतर्गत मध्यप्रदेश, दिल्ली और पंजाब ने अपने-अपने राज्यों में किये गये अभिनव प्रयासों का प्रदर्शन दृश्य एवं श्रव्य माध्यम द्वारा किया। सत्र मे बताया गया की मध्य प्रदेश में वर्ष 2017 तक नवकरणीय ऊर्जा से 6863 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन प्रारंभ हो जाऐगा। निवेशकों को नीति निवेशक कार्य-योजना पर विस्तार से जानकारी दी गई। प्रदर्शन में राज्यों द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में निवेशकों को संयंत्र लगाने के लिए विभिन्न रियायतों का उल्लेख भी किया गया।