भोपाल, फरवरी 2015/ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शासकीय कमला नेहरू विद्यालय भोपाल में एक कार्यक्रम में बच्चों को कृमिनाशक खिलाने के अभियान का शुभारंभ किया। राज्य में लगभग एक करोड़ बच्चों को यह दवा दी जाएगी ताकि वे कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चों में पेट के कीड़ों की समस्या बहुत बड़ी समस्या नहीं है। छोटी सावधानी से इस समस्या को दूर किया जा सकता है। बोलचाल की भाषा में ग्रामीण क्षेत्र में इसे पटार कृमि भी कहते हैं। बच्चों और किशोरों को इस तकलीफ से बचाने दवा खिलाने के साथ ही जागरूकता वृद्धि के लिए सरल भाषा में साहित्य का प्रकाशन और प्रचार-प्रचार आवश्यक है। स्वास्थ्य मंत्री ने गत वर्ष डेंगू रोग से बचाव में स्वास्थ्य विभाग की सक्रिय भूमिका की सराहना की। रोग को उत्पन्न करने वाले कारणों को समाप्त कर बड़ी समस्या से बचा जा सकता है। यही कार्य पद्धति स्वाईन फ्लू से बचाव में भी अपनाई जा रही है। आवश्यक उपायों के बाद भी रोग फैलने पर समुचित उपचार ही विकल्प होता है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मध्यप्रदेश की ओर से प्रकाशित बुकलेट का विमोचन किया। यह बुकलेट नेशनल आयरन प्लस इनिशिएटिव के अंतर्गत प्रकाशित की गयी है। इसमें मध्यप्रदेश में बच्चों में एनीमिया की रोकथाम और कृमिनाशक कार्य-योजना के क्रियान्वयन की जानकारी प्रकाशित की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने भारत सरकार द्वारा प्रकाशित नेशनल डीवर्मिंग डे-आपरेशनल गाइड लाइन पुस्तिका का भी विमोचन किया।