भोपाल, जनवरी 2015/ राज्यपाल राम नरेश यादव ने राजभवन में नेतृत्व विकास शिविर में भाग ले रहे अनुसूचित जाति-जनजाति के प्रतिभाशाली और अन्य मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने प्रदेश में राज्य स्तरीय शिविर का आयोजन अच्छी पहल है। विद्यार्थियों को सशक्त और सामथ्यवान बनाना ही हमारा उद्देश्य है। छात्र-छात्राएं महात्मा गाँधी और अन्य महापुरूषों के आदर्शों पर चलते हुए विकास के मार्ग पर आगे बढ़ें। श्री यादव से नेतृत्व विकास शिविर में भाग ले रहे लगभग 351 और सात अन्य मेधावी छात्र-छात्राओं ने भेंट की।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि महात्मा गाँधी का स्वच्छ भारत का सपना साकार करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया है उसे सफल बनाने में वे सक्रिय भूमिका निभाएँ। विद्यार्थियों में चरित्र और नैतिक मूल्यों की कमी चिंता का विषय है, शिक्षकों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।
प्रमुख सचिव आदिम-जाति कल्याण बी.आर. नायडू ने कहा कि इस प्रकार के शिविर से प्रदेश में आदिवासी एवं अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को बहुत अच्छे अनुभव हुए हैं। उनका शिक्षा का स्तर सुधरा है।
प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति विकास अशोक शाह ने कहा कि शिविर का उद्देश्य छात्र-छात्राओं की जिज्ञासाओं और संभावनाओं को अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं ने प्रदेश और देश में नई पहचान बनाई है। राज्यपाल ने मेधावी और नेतृत्व विकास शिविर में भाग ले रहे छात्र-छात्राओं को उपहार भेंट किये। आयुक्त अनुसूचित जाति विकास जे.एल. मालपानी ने आभार व्यक्त किया।