भोपाल, जनवरी 2015/ मध्यप्रदेश में सेमी कन्डक्टर फेब निवेश की नीति बनायी जायेगी। इस संबंध में यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने नीति विषयक प्रस्तावित प्रावधानों का प्रस्तुतीकरण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के नारे को सफल बनाने में यह एक कारगर कदम होगा। सेमी कन्डक्टर तथा फेब निवेश में अपेक्षित सहयोग के लिये केन्द्र सरकार से भी चर्चा की जायेगी। बताया गया कि भारत में फेब की यूनिट नहीं हैं। दुनिया में भी फेब सीमित संख्या में हैं। भारत विश्व का सबसे बड़ा बाजार बनने की दिशा में है। इससे सेमी कन्डक्टर फेब निवेश में वैश्विक निवेशकों की रूचि जाग्रत होगी। सेमी कन्डक्टर तथा फेब के सहायक उद्योग भी स्थापित होंगे। प्रदेश में बड़ी संख्या में रोजगार आयेंगें। इस निवेश नीति में विश्व-स्तरीय अंधोसरंचना तथा आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाने के संबंध में प्रस्तुतीकरण के दौरान सुझाव दिये गये।
बैठक में मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा, अपर मुख्य सचिव वित्त अजयनाथ, प्रमुख सचिव राधेश्याम जुलानिया, इकबाल सिंह बैंस, मनोज श्रीवास्तव, एस.एन. मिश्रा, आई.सी.पी. केशरी, मोहम्मद सुलेमान, प्रमोद अग्रवाल और एस.के. मिश्रा उपस्थित थे।