भोपाल, जनवरी 2015/ ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में नया टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जायेगा। इसमें ग्वालियर एवं उसके आसपास के पर्यटक-स्थलों को शामिल किया जायेगा। इसके लिये भारत सरकार द्वारा 25 करोड़ की विशेष परियोजना स्वीकृत की गई है।
केन्द्रीय पर्यटन सचिव डॉ. ललित के. पवार ने भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान ग्वालियर में एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएँ हैं। यहाँ विपुल प्राकृतिक सौंदर्य तथा ऐतिहासिक स्मारक और पुरा वैभव है। मध्यप्रदेश में पिछले एक दशक में पर्यटन को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयास किये गये हैं। इससे यह राज्य पर्यटन के मामले में देश के प्रथम पाँच राज्य की कतार में शामिल है।
डॉ. पवार ने बताया कि ग्वालियर क्षेत्र में नया टूरिस्ट सर्किट विकसित होने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। देश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन-स्थलों में स्वच्छ भारत अभियान में विभिन्न कार्य किये जायेंगे। इससे पर्यटकों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ सहज रूप से उपलब्ध होंगी। साथ ही उनकी सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जायेगा। इसमें पहले चरण में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में आने वाले 25 स्मारक को लिया जायेगा। पर्यटकों की सुविधा के लिये ई-वीजा तथा 13 भाषा में हेल्पलाइन भी पायलट के तौर पर शुरू की जा रही है।
ग्वालियर स्थित भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान को आईआईटी के समकक्ष दर्जा देने के प्रयास किये जायेंगे। इससे यहाँ के छात्र भी देश-दुनिया में आसानी से रोजगार हासिल कर सकेंगे।