भोपाल, जनवरी 2015/ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि औद्योगिक निवेश के लिहाज से मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। प्रदेश में उच्च स्तरीय अधोसंरचना भी मौजूद है। इसलिये यहाँ औद्योगिक निवेश और यहाँ के उत्कृष्ट उत्पादों का सौदा हर तरह से खरीदारों के लिये फायदेमंद रहेगा। उद्योग मंत्री ग्वालियर में प्रदेश की 7वीं एम.पी. एक्सपोर्टेक (रिवर्स बायर-सेलर) मीट को सम्बोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की कृषि उत्पादकता दर भी पूरे देश में सबसे अधिक है। कृषि दर बढ़कर 24 प्रतिशत तक पहुँच गई है। प्रधानमंत्री के ‘मेक-इन-इण्डिया” की तर्ज पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ‘मेक-इन-मध्यप्रदेश” प्रारंभ किया गया है। यह गर्व की बात है कि प्रदेश में अब तक जो 7 एम.पी. एक्सपोर्टेक हुई हैं उनमें 4 की मेजबानी का मौका ग्वालियर को मिला है। प्रदेश में उत्कृष्ट उत्पादों का प्रचुर भण्डार है, उन्हें बेझिझक खरीदा जा सकता है। ग्वालियर के औद्योगिक उत्पादों की दुनिया में धाक है। कार्यक्रम को महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने भी संबोधित किया।
मध्यप्रदेश लघु उद्योग विकास निगम के प्रबंध संचालक अनुपम राजन ने बताया कि तीन-दिवसीय रिवर्स बॉयर-सेलर मीट में 10 देश के राजदूत, उच्चायुक्त तथा अन्य राजनयिक शामिल हो रहे हैं। इस मीट में 18 देश के 71 खरीददार ग्वालियर पहुँचे हैं। मीट में ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के 102 विक्रेता ने अपने उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई है। ग्वालियर में मीट राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार के सहयोग से की जा रही है। उद्योग मंत्री ने विभिन्न उत्पाद की प्रदर्शनी का उदघाटन भी किया। मीट में फार्मा, आयुर्वेदिक, हर्बल प्रोडक्ट, खाद्य प्र-संस्करण, हेण्डलूम, हेण्डीक्राफ्ट एवं इंजीनियरिंग उत्पाद प्रदर्शित किये गये हैं।