भोपाल, जनवरी 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में शहरी विकास, आवास, शहरी गरीबी उन्मूलन और संसदीय कार्य मंत्री वेकेंया नायडू, रेल मंत्री सुरेश प्रभु और कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह से भेंट कर मध्यप्रदेश से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

श्री नायडू से मुख्यमंत्री ने उज्जैन में अगले वर्ष होने वाले सिंहस्थ तथा भोपाल में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय गवर्नेंस एण्ड अर्बन मेनेजमेंट संस्थान के लिये केन्द्रीय सहायता का अनुरोध किया। उन्होंने प्रदेश से जुड़ी अन्य योजनाओं के बारे में भी चर्चा की। श्री चौहान ने दिल्ली में वर्तमान मध्यप्रदेश भवन की जगह बनाये जाने वाले नये भवन की एफएआर सीमा को बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि चाणक्यपुरी में स्थित वर्तमान भवन लुटियंस जोन के बाहर है और नगरीय विकास मंत्रालय द्वारा हाल ही में अनुमोदित शिथिलताओं के अनुसार इसकी एफएआर सीमा बढ़ाई जानी चाहिये। श्री नायडू ने इस संबंध में परीक्षण और विचार करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने जेएनएनयूआरएम में स्वीकृत विभिन्न परियोजना को पूर्ण करने के लिये धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पूर्व से निर्धारित केन्द्रीय सहायता शीघ्र मिल जाने से इन परियोजनाओं का काम जल्दी पूरा होने से लोगों को इनका लाभ जल्दी मिलने लगेगा। श्री नायडू ने कहा कि यह मुद्दा विचाराधीन है और इस पर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा।

श्री नायडू ने उज्जैन में कुंभ मेले के लिये वित्तीय सहायता के संबंध में कहा कि अन्य राज्यों से भी इस तरह के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं और इस संबंध में केन्द्रीय मंत्रियों से भी परामर्श किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय नगरीय निकायों की क्षमता बढ़ाने के लिये उनका मंत्रालय नये संस्थान खोलने के प्रति सजग है। मध्यप्रदेश के प्रस्ताव पर संबंधित लोगों से चर्चा कर समुचित कार्यवाही की जायेगी।

भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के संबंध में श्री नायडू ने कहा कि उनके मंत्रालय को डीपीआर प्राप्त होने पर इस पर तेजी विचार किया जायेगा।

कृषि मंत्री

कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश को अधिक उर्वरक आवंटन, बीहड़ो के समतलीकरण तथा कृषि के विकास आदि मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कृषि के लिये तैयार किये गये विजन डाक्यूमेंट तथा मापदंडों के अनुसार संतुलित राहत पेकेज जारी किये जाने पर भी चर्चा की।

कृषि मंत्री श्री सिंह ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री द्वारा जिन मुद्दों पर चर्चा की गई है उन पर जल्द से जल्द निर्णय लिया जायेगा। सभी प्रकार के उर्वरकों के आवंटन को बढ़ाकर 68 लाख मी. टन करने की राज्य सरकार की मांग का शीघ्र परीक्षण किया जायेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से खेती के उद्देश्य से बीहड़ों के विकास तथा कृषि बीमा योजना के प्रस्ताव भेजने को कहा। श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश द्वारा तैयार किये गये विजन डाक्यूमेंट में राष्ट्रीय मत्स्य-विकास बोर्ड और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के कार्यक्रमों के अनुरूप मत्स्य-पालन और डेयरी क्षेत्र के लाभों को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिये।

श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के कृषि विकास में गहरी रुचि प्रदर्शित करने के लिये केन्द्रीय कृषि मंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश गेहूँ के उत्पादन में पीछे नहीं रहेगा।

रेल मंत्री

मुख्यमंत्री रेल भवन में केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिलकर ”सिंहस्थ” की दृष्टि से महत्वपूर्ण रेल लाइनों का काम तेजी से पूरा करवाने का आग्रह किया। मध्यप्रदेश के उज्जैन में अप्रैल 2016 में होने वाले महाकुम्भ में उत्तर और दक्षिण से भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। रेलवे की रतलाम-इंदौर-महू-खंडवा मीटरगेज लाइन को ब्राडगेज में बदलने का काम चल रहा है। साथ ही उज्जैन नगर के चिंतामन रेलवे प्वाइन्ट से 22 किलोमीटर दूर दिल्ली-कोटा-रतलाम लाइन पर फतेहाबाद से जोड़ने वाले काम को भी प्राथमिकता से करवाये जाने का श्री चौहान ने अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप से इंदौर-पीथमपुर रेलवे लाइन, प्रदेश के 35 लंबित रेलवे ओवर ब्रिज, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब बनाने पर गम्भीर मंत्रणा की। साथ ही श्री चौहान ने पवारखेड़ा में तैयार हो रहे लॉजिस्टिक हब के लिए भी रेल मंत्री को मध्यप्रदेश आगमन का निमंत्रण दिया।

रेल मंत्री ने जल्दी ही मध्यप्रदेश आने और रेलवे की योजनाओं को पूर्ण गति से पूरा करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप की प्रक्रिया के भी युक्तियुक्तकरण की बात कहीं।

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