भोपाल, दिसम्बर 2014/ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्चतम मापदंडों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए उनके जन्म-दिवस 25 दिसम्बर के एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर को सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। राज्य शासन ने इस संबंध में सभी विभागाध्यक्ष, कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिये हैं।
सुशासन दिवस पर ली जाने वाली शपथ
मैं सत्य-निष्ठा से शपथ लेता हूँ कि मैं प्रदेश में सुशासन के उच्चतम मापदण्डों को स्थापित करने के लिये सदैव संकल्पित रहूँगा/रहूँगी और शासन को अधिक पारदर्शी, सहभागी, जन-कल्याण केन्द्रित तथा जवाबदेह बनाने के लिये हर-संभव प्रयास करता रहूँगा/रहूँगी। प्रदेश के नागरिकों के जीवन-स्तर में सुधार लाने के लक्ष्य को पाने के लिये सदैव तत्पर रहूँगा/रहूँगी।
जिला-स्तर पर 24 दिसम्बर को समारोह-स्थल पर श्री वाजपेयी के चित्र को प्रदर्शित कर सम्मान प्रकट कर उनके जीवन-वृत्त एवं कृतित्व के संबंध में वक्ताओं द्वारा विचार व्यक्त किये जायेंगे। कार्यक्रम में जिले के जन-प्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारियों को आमंत्रित किया जायेगा। शासकीय कार्यालय में सुशासन दिवस पर शासकीय सेवक अपने-अपने कार्यालय में सुशासन की शपथ लेंगे।
जिलों में 26 से 30 दिसम्बर के बीच सुशासन सप्ताह मनाया जायेगा। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम भी होंगे। अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रशासकीय कार्य करने वाले शासकीय सेवक का स्थानीय-स्तर पर चयन कर उन्हें जिला-स्तर पर सम्मानित किया जायेगा। लोगों के सशक्तिकरण के लिये बनाये गये सूचना के अधिकार, लोक-सेवाओं के प्रदाय की गारंटी, समाधान ऑनलाइन, जन-सुनवाई, स्वच्छता तथा इसी तरह के अन्य अधिनियम/व्यवस्थाओं पर जिला एवं ब्लॉक-स्तर पर चर्चा कर इन विषयों पर लोगों में जागरूकता पैदा की जायेगी। महाविद्यालय एवं हाई स्कूल में पर्यावरण, ऊर्जा और पानी बचाओ, स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज सहित सुशासन में सहायक अन्य विषय पर संगोष्ठी भी होगी।
सभी शासकीय कार्यालय में सुशासन सप्ताह के दौरान स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा। अभियान के दौरान कार्यालय के अभिलेखों को भी व्यवस्थित किया जायेगा, जिससे कार्यालय परिवेश का स्वरूप स्वच्छ हो सके।