भोपाल, दिसम्बर 2014/ पेंच राष्ट्रीय उद्यान सिवनी में मोगली उत्सव की शानदार शुरूआत हुई। महोत्सव 23 दिसम्बर तक चलेगा। महोत्सव में प्रदेश के हर जिले से 5 सदस्यीय दल, दो छात्र – दो छात्रा और एक मार्गदर्शी शिक्षिका शामिल हो रहे हैं। शुरूआत मोगली के मित्रों के नाम ‘क’, ‘बालू’ और ‘बघीरा’ बने समूहों में प्रतिभागियों को विभिन्न मनोरंजक और ज्ञानवर्धक गतिविधियाँ संपन्न हुईं।
कलेक्टर भरत यादव के मार्गदर्शन में कोहका झील और उसके आसपास संपन्न साहसिक गतिविधियों का बच्चों ने भरपूर आनंद लिया। बच्चों को कोहका झील में बोटिंग करायी गयी। कृत्रिम दीवार फांद, रोप-वे आदि साहसिक गतिविधियों का बालू समूह के बच्चों ने भरपूर आनंद उठाया।
नेचर ट्रेल में ‘ क ‘समूह के बच्चों ने जंगल में जाकर उपलब्ध विभिन्न प्रकार की प्रजाति के वृक्षों और पौधों का अध्ययन कर जंगल की विविधता को करीब से अनुभव किया।
हेबिटेट सर्च में ‘बघीरा’ समूह के मोगली मित्रों ने पेंच उद्यान में जाकर वन में उपलब्ध जीवन उपयोगी वनोपज, औषधियों, सहित अनेक दुर्लभ पौधों और जीव-जन्तुओं के आवासों को देखा। बच्चों ने वन्य-प्राणियों की आवाज सुनकर उन्हें पहचाना।
दोपहर में बच्चो ने जैव विविधता पर आधारित प्रश्नों और पहेलियों से पर्यावरण रक्षा और वन्य-प्राणियों के अस्तित्व का महत्व समझा। जैव विविधता पर आधारित प्रश्नोत्तर एवं पहेलियों द्वारा मार्गदर्शी शिक्षिकाओं और बच्चों के ज्ञान का आकलन किया गया। मोगली महोत्सव में सम्पूर्ण प्रदेश से आये बच्चों के रात्रि में भी मनोरंजन की व्यवस्था की गयी है।