भोपाल, दिसम्बर 2014/ मुख्यमंत्री ने कहा है कि आम आदमी के लिये उपयोगी प्रधानमंत्री जन-धन योजना में मध्यप्रदेश में बेहतर कार्य हुआ है। योजना का निर्धारित लक्ष्य तय समय-सीमा से दो माह पहले हासिल किया गया है। श्री चौहान ने सभी जिलों के कलेक्टरों को इस योजना के खातों में मनरेगा, पेंशन, छात्रवृत्ति आदि की राशि जमा कर हितग्राहियों को प्रत्यक्ष लाभ उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। योजना के खातों को आधार से जोड़ा जायेगा।
श्री चौहान ने कमिश्नर-कलेक्टरों से वीडियो कान्फ्रेसिंग करते हुए कहा कि जिनके पहले से खाते हैं उन्हें प्रधानमंत्री जन-धन योजना में दोबारा खाता खुलवाने की जरूरत नहीं है। उनके प्रचलित खातों में ही इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना के बारे में लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाया जाय। वे स्वयं भी इस बारे में आकाशवाणी के माध्यम से लोगों से बात करेंगे। योजना के क्रियान्वयन में सभी कलेक्टरों और बेंकर्स के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जल्द ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले कलेक्टर और बेंकर्स राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किये जायेंगे।
श्री चौहान ने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री जन-धन के खातों में वित्तीय समावेशन का कार्य किया जाये। सभी खातों को आधार से संबंधित किया जाये। खातेदारों को पास बुक तथा रूपे कार्ड जारी किये जाये। इन परिवारों को बीमा लाभ से जोड़ने के लिये 45 दिन के भीतर रूपे कार्ड का उपयोग करवाया जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि योजना में बनाये गये बेंक मित्रों को आधारभूत सामग्री तथा प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाये। यह भी निर्देश दिये गये हैं कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करनेवाले परिवारों के इन खातों को आधार कार्ड से सम्बद्ध करवाये। इन खातों को आगामी 31 जनवरी से पहले सम्बद्ध करवाने पर खातों में 100-100 रूपये जमा करवाये जायेंगे। इस योजना में राशि केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध करवायी गयी है।
बैठक में कलेक्टरों तथा कमिश्नरों ने योजना के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी। कान्फ्रेंसिंग के दौरान अपर मुख्य सचिव अजयनाथ, अपर मुख्य सचिव अरूणा शर्मा सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।