भोपाल, दिसम्बर 2014/ अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अंतर सिंह आर्य ने भोपाल के ईंटखेड़ी ग्राम में 6 दिसम्बर से शुरू होने वाले आलमी तबलीगी इज्तिमा की तैयारियों का जायजा लिया। श्री आर्य ने ‘ग्रीन इज्तिमा-क्लीन इज्तिमा” नारे की प्रशंसा की। तैयारियों पर संतोष जताया। इंतजामिया कमेटी के सदस्य अतीकुल इस्लाम ने बताया कि कल से जमातों का आना शुरू हो रहा है। इस साल तकरीबन 15 लाख लोग के भाग लेने की उम्मीद है। इंतजामिया कमेटी ने पॉलिथिन उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। अधीक्षक मसाजिद कमेटी श्री यासिर अराफात भी मौके पर उपस्थित थे।

मंत्री ने कहा कि इज्तिमा भोपाल ही नहीं, मध्यप्रदेश का भी गौरव है। श्री आर्य ने पेयजल, साफ-सफाई, ठहरने-खाने, सुरक्षा, प्रकाश और स्वास्थ्य व्यवस्था आदि की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इंतजामिया कमेटी ने बताया कि नगर निगम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण, प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग द्वारा उम्दा किस्म का सहयोग प्रदान किया जा रहा है। यही कारण है कि इतनी बड़ी तादाद में हर साल होने वाला इज्तिमा शांति से सम्पन्न होता आया है। श्री आर्य को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इज्तिमा के दौरान अस्थाई अस्पताल में 10 बिस्तर और तीन शिफ्ट में 2-2 चिकित्सक की व्यवस्था की गई है।

इज्तिमा में भारत के प्रत्येक राज्य और अमेरिका, रूस, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका, चीन, तंजानिया आदि देशों से जमातें आ रही हैं। हर वर्ष बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए इस वर्ष 35 एकड़ में पंडाल लगाया गया है और 150 एकड़ में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। खाने-पीने की दिक्कत न हो, इसके लिये 100 फूड जोन बनाये गये हैं। फूड जोन में लोगों को 35, 30 और 25 रुपये में भरपेट खाने की व्यवस्था की गई है। पिछले साल 25 एकड़ में पंडाल लगाये गये थे। इज्तिमा में पुलिस-प्रशासन के अलावा 400-500 लोग स्वेच्छा से अपनी सेवाएँ देते हैं।

इज्तिमा में जमातों की संख्या का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि आन्ध्रप्रदेश से जमातों से भरी ट्रेन भोपाल पहुँचेगी। यह ट्रेन तीन दिन भोपाल में ठहरने के बाद जमातों को वापस लेकर रवाना होगी। भोपाल में इज्तिमा की शुरूआत सन् 1948 में ताज उल मसाजिद से हुई थी, जिसमें 150 लोगों ने भाग लिया था।

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