भोपाल, नवम्बर 2014/ प्रदेश में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने प्रत्येक जिले में इमरजेंसी मेनेजमेंट सेल को सक्रिय किया है। यह सेल अस्पतालों के प्रबंधन, उपचार व्यवस्था और शासकीय सेवक के कर्त्तव्य निर्वहन पर निगाह रखने का कार्य कर रहा है। इसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, क्षेत्रीय संयुक्त संचालक और सिविल सर्जन को शामिल किया गया है। जिला स्तर के साथ ही संभाग स्तर पर बनाए गए प्रकोष्ठ में संबंधित मेडिकल कॉलेज को दो वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं। इसके अलावा प्रत्येक परिवार तक पहुँच कर स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। ग्राम स्तर तक सेवाओं के प्रदाय को सुनिश्चित किया गया है।
प्रमुख सचिव प्रवीर कृष्ण ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी को अधिकृत किया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों में सिर्फ डब्ल्यू एच ओ जी एम पी प्रमाणित औषधियों के प्रदाय पर निरंतर निगरानी रखने का कार्य किया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी को यह भी अधिकार दिए गए हैं कि कर्त्तव्य निर्वहन में लापरवाही करने वालों के विरुद्ध अविलंब आवश्यक कार्यवाही कर सकें।
प्रेरणा अभियान में हर माह 20 हजार से अधिक आपरेशन बिना किसी त्रुटि के किए जा रहे हैं। प्रदेश में 170 एलटीटी विशेषज्ञ हैं। सभी आपरेशन निर्धारित प्रक्रिया के मुताबिक हो रहे हैं। इसके साथ ही चिकित्सकों को प्रोत्साहन की अधिक राशि का भुगतान अब किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व में जारी सावधानी बरते जाने के निर्देशों को दोहराते हुए कहा है कि चिकित्सक संवेदनशील रहकर अपने दायित्वों को अंजाम दें। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रेरणा और ममता अभियान में गुणवत्ता के पालन के निर्देश विभाग को दिए हैं। इन निर्देशों के पालन के स्पष्ट निर्देश सभी जिलों में भेजे गए हैं।