भोपाल, नवम्बर 2014/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वागीण विकास की परिकल्पना के अनुरूप प्रत्येक सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र में 5 ग्रामों को आदर्श ग्राम बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी तारतम्य में केन्द्रीय अल्प संख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने भोपाल जिले के फन्दा ग्राम को गोद लिया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हेपतुल्ला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र का विकास जन सहभागिता से ही संभव है। ग्रामीण क्षेत्रों में सडक,बिजली,पानी,के अलावा जन सामान्य को मूलभूत सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। जिस ग्राम का विकास होगा उससे आसपास के ग्रामों का वातावरण भी सुधरेगा।
उन्होंने कहा कि फन्दा में स्टेडियम बनाने की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्र में निकलने वाले गोबर का सही उपयोग करने के लिये गोबर गैस बनाना जरूरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा है कि हमारे एक एक गांव आदर्श ग्राम बने। ग्राम के स्कूल अच्छे होंगे तभी बच्चे स्कूल जाने में रूचि लेंगे। उन्होंने ग्राम में होने वाले दूध से उत्पाद बनाने की बात पर जोर दिया।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मायासिंह ने कहा कि शासन ग्रामीण क्षेत्र के विकास के प्रतिबद्ध है आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप लगभग 2500 ग्राम प्रत्यक्ष विकास से जुडेंगे। गांव के विकास का कल्स्टर विकसित होगा। इससे जनमानस में सकारात्मक सोच बनेगी,उनका आत्म विश्वास बढेगा।उन्होंने बताया कि भोपाल जिले में 499 आंगनवाडी केन्द्र बनेंगे। इससे परस्पर प्रेम बढेगा और आपसी सहयोग की भावना विकसित होगी।
सांसद आलोक संजर ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने फंदा ग्राम को गोद लिया है इसी के साथ मैने भी हुजूर तहसील के तारासेवनिया ग्राम को आदर्श ग्राम बनाने का निर्णय लिया है। हम सभी ग्रामों का विकास करना चाहते है। यह आप सभी नागरिकों ग्रामीण भाईयों के सहयोग से संभव है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश में अनेकों जन कल्याणकारी योजनायें संचालित है। फंदा तहसील के प्रत्येक ग्राम में खेल मैदान बनाये जायेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया जायेगा। 117 आंगनवाडी को आदर्श बनाया जायेगा। इस क्षेत्र में शासन द्वारा 6 करोड रूपये की लागत का प्रशिक्षण केन्द्र बनेगा