भोपाल, नवम्बर 2014/ राज्य शासन ने स्कूल शिक्षा के संभागीय संयुक्त संचालकों, जिला परियोजना समन्वयकों और विकासखंड स्त्रोत समन्वयकों को सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश दिये हैं। संभागीय संयुक्त संचालकों को सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की नियमित रूप से मॉनीटरिंग उनका निराकरण करवाने को कहा गया है।
सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली अधिकतर शिकायतों का निराकरण लेवल-1 स्तर के अधिकारी द्वारा किया जाता है। इस स्तर पर निराकरण नहीं होने पर शिकायत स्वमेव अगले स्तर पर स्थानान्तरित हो जाती है। शिकायतों के निराकरण में विलंब न हो इसके लिए डीपीसी द्वारा पूर्व में जारी निर्देशों के अनुसार कार्यवाही की जाना चाहिए। डीपीसी प्रतिदिन वेबसाइट का अवलोकन कर सुनिश्चित करें कि शिकायतों का निराकरण तत्काल हो। शिकायतकर्ता से दूरभाष पर चर्चा कर समस्या के निराकरण की पुष्टि भी की जाना चाहिए। यदि कोई शिकायत सर्व शिक्षा अभियान के कार्यक्षेत्र के बाहर की है तो उसे तत्काल संबंधित विभाग को भेजने की कार्यवाही की जाए।
ब्लॉक/जिले स्तर की उदासीनता से शिकायत एल-3 अथवा एल-4 स्तर पर पहुँचती है। शिकायत के एल-4 पर आने का तात्पर्य यह नहीं है कि शिकायत का निराकरण राज्य स्तर पर होना चाहिए। इस प्रकार के प्रकरणों में जिला स्तर पर निराकरण की स्थिति को वेबसाइट पर दर्ज किया जाये।