भोपाल, नवम्बर 2014/ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी भवन में पुस्तक बिक्री केन्द्र स्थापित करे। प्रदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकार, पत्रकार, विचारक, चिंतक, समाजसेवी एवं सृजनशील लेखकों की चिन्तन गोष्ठी ‘चैतन्य प्रवाह’ भी अकादमी में होगी। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह निर्देश अकादमी के कार्यो की समीक्षा के दौरान दिए। चैतन्य प्रवाह से निकलने वाले वैचारिक निष्कर्षों को अकादमी की “रचना” पत्रिका में नियमित रूप से एक स्तम्भ में प्रकाशित किया जायेगा।
श्री गुप्ता ने अकादमी भवन का रिनोवेशन शीघ्र करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व विकास संबंधी प्रशिक्षण संभाग स्तर पर भी दिलवायें। श्री गुप्ता ने कहा कि भोज विश्वविधालय द्वारा पुस्तकों का आर्डर देने के साथ ही 50 प्रतिशत राशि दी जाये। पुस्तकों की डिलीवरी के समय 25 प्रतिशत और बाद में शेष 25 प्रतिशत राशि दें। उन्होंने समय पर पुस्तकों की प्रिन्टिग एवं डिलीवरी के निर्देश भी दिए। बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री के.के. सिंह, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री सचिन सिन्हा, संचालक हिन्दी ग्रंथ अकादमी प्रो0 सुरेन्द्र बिहारी गोस्वामी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।