भोपाल, नवम्बर  2014/ मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने तात्या टोपे नगर स्टेडियम में नौ दिवसीय आल इंडिया सिविल सर्विस शतरंज स्पर्धा के समापन पर विजेताओं को पुरस्कृत किया। स्पर्धा में दल आधार पर केंद्रीय सचिवालय दिल्ली और व्यक्तिगत मुकाबलों में भुवनेश्वर के सौम्यरंजन मिश्रा प्रथम रहे। रीजनल स्पोटर्स बोर्ड इंदौर की टीम दल आधार पर तीसरे स्थान पर रही। इसी तरह इंदौर के आर.के. मिश्रा छह बोर्ड प्राइज विनर्स में तीसरे स्थान पर रहे।

मुख्य सचिव ने कहा कि शतरंज का खेल सिर्फ मनोरंजक खेल न होकर बुद्धिमत्ता प्रदर्शित करने का खेल भी है। भारत से प्रारंभ होकर यह खेल दुनिया के कई देश तक पहुँचा। आज भी भारत शतरंज के श्रेष्ठ खिलाड़ियों वाला देश है। शतरंज स्पर्धाएँ शतरंज खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिए बेहद उपयोगी हैं। मुख्य सचिव ने विजेता खिलाड़ियों के साथ ही समस्त प्रतिभागी खिलाड़ियों को भी बधाई दी।

श्री डिसा ने कहा कि मध्यप्रदेश को स्पर्धा के आयोजन का अवसर मिलना गौरवशाली है। भोपाल में शतरंज के अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों के आयोजन की संभावनाएँ हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रदेश का खेल विभाग शतरंज सहित अन्य खेलों की स्पर्धाओं के सफल आयोजन का यश प्राप्त करेगा। उन्होंने मध्यप्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के विकास के प्रयासों की सराहना की।

प्रारंभ में खेल संचालक उपेंद्र जैन ने मुख्य सचिव का पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। श्री जैन ने बताया कि आल इंडिया सिविल सेवा शतरंज स्पर्धा में 22 दल और 149 खिलाड़ी सम्मिलित हुए। इनमें 69 शतरंज खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग के हैं। स्पर्धा के समापन पर मध्यप्रदेश शतरंज संघ के सचिव श्री कपिल सक्सेना और अनेक खेल संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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