भोपाल, नवम्बर 2014/ डिण्डोरी जिले में बैगा महिलाओं के फेडरेशन द्वारा संचालित कोदो-कुटकी कार्यक्रम को देश का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सीताराम राव लाइवलीहुड अवार्ड दिया गया है। यह पहला अवसर है जब किसी शासकीय संस्था को यह अवार्ड मिला है। उल्लेखनीय है कि महिला वित्त विकास निगम द्वारा तेजस्विनी ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के जरिये डिण्डोरी जिले के मेहंदवानी ब्लॉक में इस कार्यक्रम को संचालित किया जा रहा है। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने निगम और डिण्डोरी जिले के बैगा आदिवासी महिलाओं के फेडरेशन को बधाई दी है।

डिण्डोरी जिले के बैगा आदिवासी बहुल मेहंदवानी ब्लॉक के 41 गाँव में कोदो-कुटकी की खेती आधुनिक संसाधनों द्वारा शुरू की गई। इसका उद्देश्य बैगा जनजाति की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना था। इसके लिये महिलाओं के स्व-सहायता समूहों का फेडरेशन बनाया गया। फेडरेशन ने वर्ष 2012 में 748 एकड़ भूमि पर कोदो-कुटकी की खेती प्रारंभ की। इस कार्यक्रम से 1497 महिला को जोड़ा गया और करीब 51 लाख की लागत से कार्य शुरू किया गया। परिणामस्वरूप इस प्रोजेक्ट से 2245 क्विंटल कोदो-कुटकी की फसल हुई। इसकी कुल कीमत करीब 90 लाख थी। खेती के खर्च निकालने के बाद बैगा आदिवासी महिलाओं को 39 लाख रुपये से ज्यादा का मुनाफा हुआ।

शुरूआत में ही कार्यक्रम को मिली सफलता से उत्साहित महिलाओं ने स्वयं इस खेती से जुड़ने की पहल की। अब यह संख्या बढ़कर 7,500 हो गई है। इन महिलाओं ने 3,750 एकड़ भूमि पर खेती की, जिससे उन्हें 15 हजार क्विंटल कोदो-कुटकी की फसल प्राप्त हुई। इसका बाजार मूल्य 6 करोड़ था और महिलाओं को इससे 4 करोड़ से ज्यादा का मुनाफा हुआ।

सबसे खास बात यह है कि यह पूरा फेडरेशन बैगा महिलाओं द्वारा ही संचालित है। इसका पूरा प्रबंधन वे स्वयं करती हैं। प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये किये जा रहा यह प्रयास राष्ट्रीय स्तर पर रेखांकित हुआ। इस कार्यक्रम को एक्सेस डेव्हलपमेंट सर्विसेज संस्थान ने नवम्बर, 2014 में सीताराम राव अवार्ड के लिये कोदो-कुटकी कार्यक्रम को आमंत्रित किया। महिला वित्त विकास निगम की प्रबंध संचालक श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव एवं बैगा महिलाओं के फेडरेशन की अध्यक्ष श्रीमती विनीता नामदेव ने अवार्ड की जूरी के सामने इस पूरे कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। जूरी ने महिलाओं को वास्तविक अर्थ में सशक्त बनाने के इस अभिनव प्रयास की सराहना की। यह अवार्ड 10 और 11 दिसम्बर, 2014 को नई दिल्ली में संस्थान के लाइवलीहुड एशिया समिट में दिया जायेगा। समिट में देश-विदेश के 600 प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि महिला वित्त विकास निगम द्वारा प्रदेश के 6 जिले में तेजस्विनी ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के जरिये महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसमें 12 हजार स्व-सहायता समूह डिण्डोरी, मण्डला, बालाघाट, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में गठित किये गये हैं। समूहों से एक लाख 65 हजार महिलाएँ जुड़ी हैं।

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