भोपाल, नवम्बर 2014/ निर्वाचन प्रेक्षक राज्य निर्वाचन आयोग के आँख-कान हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त आर.परशुराम ने यह बात नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए नियुक्त प्रेक्षकों के प्रशिक्षण में कही।

श्री परशुराम ने कहा कि प्रेक्षक निष्पक्ष रूप से कार्य करें। निर्वाचन प्रेक्षकों की भूमिका औपचारिक नहीं निर्णयात्मक है। ई-व्ही.एम. की तैयारी पहली बार जिले के अलावा नगरीय निकाय और विकासखण्ड स्तर पर होगी।

सचिव जी.पी श्रीवास्तव ने कहा कि प्रक्रिया और आयोग के निर्देशों के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी प्रेक्षकों की है। प्रेक्षकों के सुझावों पर आयोग द्वारा त्वरित कार्यवाही की जायेगी। उप सचिव गिरीश शर्मा ने निर्वाचन कर्त्तव्य प्रमाण-पत्र, आदर्श आचरण संहिता, पेड न्यूज, कानून व्यवस्था और कम्युनिकेशन प्लान के बारे में बताया। लेखाधिकारी प्रदीप शुक्ला ने नाम निर्देशन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। प्रेक्षकों को ई.व्ही.एम. की कार्य-प्रणाली, व्यय लेखा मॉनीटरिंग और मतगणना प्रक्रिया की भी जानकारी मास्टर ट्रेनर्स ने दी।

श्री परशुराम ने प्रेक्षकों के लिए निर्देश पुस्तिका का विमोचन किया। पुस्तिका में आयोग द्वारा जारी निर्देशों को सरल रूप में संकलित किया गया है। नगरीय निकाय निर्वाचन से संबंधित 17 मेन्युअल, 4 प्राइमर, 8 चेक लिस्ट और एक चेक लिस्ट कम्पेंडियम का प्रकाशन किया जा चुका है। इसके साथ ही 4 फिल्म भी बनायी गयी हैं

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