भोपाल, नवम्बर 2014/ राज्य शासन और मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा आगामी 19 से 23 दिसम्बर, 2014 तक भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड पर अंतर्राष्ट्रीय हर्बल मेला-2014 लगाया जायेगा। राज्य लघु वनोजप संघ ने मेले में स्टॉल आरक्षित करवाने के इच्छुक भागीदारों से 5 दिसम्बर, 2014 के पूर्व आरक्षण सुनिश्चित करने को कहा है। ‘पहले आये, पहले पाये’ की तर्ज पर 25 नवम्बर तक स्टॉल आरक्षित करवाने वालों को किराये में 10 प्रतिशत की छूट भी दी जायेगी।
मेले का उद्देश्य मध्यप्रदेश में उपलब्ध लघु वनोपज की प्रचुरता के प्रदर्शन के साथ ही वनों पर निर्भर और लघु वन उपजों के संग्रहण में संलग्न अनुसूचित जाति-जनजाति के संग्राहकों को लाभान्वित करना है।
भोपाल में वर्ष 2001 से प्रारंभ राष्ट्रीय हर्बल मेला वर्ष 2011 से अंतर्राष्ट्रीय रूप ले चुका है। मेले में प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति के सदस्यों के अलावा निजी हर्बल उत्पादक और क्रेता, आयातक-निर्यातक, स्वेच्छिक संगठन, अनुसंधानकर्ताओं आदि द्वारा भागीदारी की जाती है। भारतीय भागीदारों के लिये टेंट स्टॉल का किराया 6000, डोम स्टॉल 10,000 और अम्ब्रेला स्टॉल 20,000 रुपये निर्धारित किया गया है। इसी तरह सार्क देशों के लिये 500 अमेरिकी डॉलर और दूसरे देशों से आने वाले भागीदारों के लिये डोम स्टॉल का किराया 1000 अमेरिकी डॉलर निर्धारित किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय हर्बल मेले में 250 स्टॉल के अलावा चिकित्सक और वैद्य भी उपलब्ध रहेंगे। हर साल होने वाले इस मेले में एक लाख से अधिक लोग आते हैं। गत मेलों में करोड़ों रुपये के एमओयू हस्ताक्षरित हो चुके हैं। मेले की अधिक जानकारी http://www.mpintherbalfair.net/ और http://www.mfpfederation.org/ पर भी उपलब्ध है।