भोपाल, नवम्बर 2014/ उद्योगों की माँग अनुसार आईटीआई में विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। इससे विद्यार्थियों का बेहतर प्लेसमेंट होगा। तकनीकी एवं कौशल विकास मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात प्रदेश के पहले इंस्टीट्यूट फॉर ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स (आईटाट) का लोकार्पण करते हुए कही। श्री गुप्ता ने प्रशिक्षणार्थियों के लिये हॉस्टल बनवाने के निर्देश भी दिये।
श्री गुप्ता ने कहा कि आईटीआई में ऐसी ट्रेनिंग दें कि डिग्री लेते समय विद्यार्थी के चेहरे पर मुस्कान हो। उन्होंने कहा कि यह मुस्कान तभी आयेगी, जब उसे रोजगार की गारंटी होगी। श्री गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षित युवाओं को स्व-रोजगार के लिये बेंक लोन की गारंटी शासन द्वारा ली जायेगी। उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट में विद्यार्थियों को सिखाने वालों को सिखाया जायेगा। इसलिये जरूरी है कि प्रशिक्षण में आधुनिकतम तकनीकों को शामिल किया जाये।
श्री गुप्ता ने बताया कि देश में ट्रेनर्स की ट्रेनिंग के लिये लुधियाना, कानपुर, कलकत्ता, मुम्बई, हैदराबाद तथा चेन्नई में इंस्टीट्यूट स्थापित हैं। अब प्रदेश में भी ऐसे इंस्टीट्यूट की स्थापना होने से यहाँ के ट्रेनर्स को प्रशिक्षण के लिये प्रदेश के बाहर नहीं जाना पड़ेगा। श्री गुप्ता ने इंस्टीट्यूट में स्थापित आधुनिक मशीनों का भी अवलोकन किया।
प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा संजय सिंह ने बताया कि विश्व बेंक की सहायता से इंस्टीट्यूट की स्थापना की गई है। इसमें विद्युतकार, फिटर तथा वेल्डर ट्रेड में प्रतिवर्ष 240 प्रशिक्षक को प्रशिक्षित किया जायेगा। संचालक कौशल विकास श्री एम. शिबि चक्रवर्ती ने इंस्टीट्यूट में स्थापित मशीनों के बारे में बताया।