भोपाल, नवम्बर 2014/ मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय के 346 करोड़ लागत के विस्तार भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि यह केवल ईंट-पत्थर का भवन नहीं बल्कि विकास का मंदिर है। अधिकारी-कर्मचारी साढ़े सात करोड़ जनता को अपना परिवार मानकर प्रदेश को हिन्दुस्तान ही नहीं दुनिया के सबसे अच्छे राज्यों में से एक बनाने के लिये संकल्पबद्ध होकर कार्य करें। श्री चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को मध्यप्रदेश के विकास में जुटने का संकल्प दिलाया।

श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने कृषि, सिंचाई, अधोसंरचना, उद्योग आदि सभी क्षेत्रों में विकास किया है। यह विकास पड़ाव है, मंजिल नहीं। उन्होंने उपस्थित शासकीय अमले से कहा कि लगन, मेहनत, ईमानदारी और प्रामाणिकता से काम कर प्रदेश के विकास में योगदान दें। सरकारी सेवाएँ जनता को बिना किसी बाधा के उपलब्ध करवायें। हर अधिकारी-कर्मचारी सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करें। उनके द्वारा किये गये कार्य का असर प्रदेश की जनता पर होता है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश विकास की नई उड़ान के लिये तैयार है। प्रदेश के अब तक के विकास में सभी मुख्यमंत्रियों और अधिकारी-कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आज प्रदेश की विकास दर देश में सबसे अधिक 11.08 प्रतिशत और कृषि विकास दर 24.99 प्रतिशत विश्व में सर्वाधिक है। सड़क, बिजली और सिंचाई सहित अधोसंरचना विकास के लिये प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य हुए हैं। इस विकास में सब बराबर के भागीदार हैं। औद्योगिक निवेश की पहली पसंद मध्यप्रदेश है। कौशल विकास का अभियान शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री के मेक इन इण्डिया अभियान को सफल बनाने के लिये मेक इन एम.पी. अभियान शुरू किया गया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, शहरी तथा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण कार्य हुए हैं। सुशासन के क्षेत्र में किये गये मध्यप्रदेश के नवाचारों को देश के अन्य राज्य ने भी लागू किया है। श्री चौहान ने कहा कि मंथन में प्रक्रियाओं को सरल करने के लिये गये निर्णय लागू किये जायें। फाइलों के स्तर कम कर शीघ्र निर्णय की प्रक्रिया हो। व्यापक दृष्टिकोण रखते हुये समस्या का समाधान करने के प्रयत्न हो। सभी अपनी जिम्मेदारी से कार्य करें। उन्होंने कहा कि जनता की सहूलियत के लिये प्रदेश में शपथ पत्र देने की व्यवस्था समाप्त हो गई है। प्रदेश के कर्मचारियों के हित में भी यथासमय निर्णय लिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पॉलिसी पेरालिसिस का दौर समाप्त हो गया है। केन्द्र में भी शीघ्र निर्णय होने लगे हैं।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक श्री सुरेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री एस.एन. मिश्रा सहित प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। अन्त में आभार प्रदर्शन प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्री के. सुरेश ने किया।

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