रामेश्वरम। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के अंतर्गत बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों की ट्रेन बुधवार शाम यहाँ चारों धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री रामेश्वरम् तीर्थ पहुँची।
रामेश्वरम् रेलवे स्टेशन पर पहुँचे बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों का बैंड बाजे के साथ परंपरागत रूप से आत्मीय-स्वागत किया गया। यहाँ आये तीर्थ-यात्रियों की अगवानी पूर्व राष्ट्रपति ए.पी. जे. अब्दुल कलाम के भतीजे शेख सलीम ने की। तीर्थ-यात्री भजन गाते, नाचते हुए मंदिर प्रांगण पहुँचे।
मध्यप्रदेश सरकार की अनूठी और देश में अपनी तरह की पहली योजना में रामेश्वरम् पहुँचे तीर्थ-यात्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का नाम लेकर इस पहल की चर्चा करते हुए उनकी भूरि-भूरि सराहना कर रहे थे। अनेक तीर्थ-यात्रियों ने ट्रेन से उतरते ही पवित्र नगर की माटी को सर से लगाया। यहाँ पहुँचे तीर्थ-यात्रियों पर फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया। रेलवे स्टेशन पर स्थानीय जन-प्रतिनिधि श्री के. मुरलीधरन तथा उप सचिव धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मध्यप्रदेश राजेश मिश्रा भी उपस्थित थे।
दो हजार एक सो साठ किलोमीटर की यात्रा कर पहुँचे तीर्थ-यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर उतरते ही हर-हर महादेव तथा बम-बम भोले का उद्घोष किया।
कुल 980 तीर्थ-यात्री तीन समूह में बँटकर रेलवे स्टेशन से ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिये मंदिर पहुँचे। रेलवे स्टेशन से यात्रियों के ठहरने के स्थान और मंदिर तक जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। उनकी आवभगत चाय-दूध और शीतल पेय से की गई।
विश्राम के बाद तीर्थ-यात्रियों ने प्रस़िद्ध ज्योतिर्लिंग के दर्शन किये और पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर प्रांगण में स्थित देव-स्थानों के दर्शन किये। ज्योतिर्लिंग दर्शन के बाद तीर्थ-यात्रियों ने मध्यप्रदेश सरकार को ऐसी योजना बनाने के लिये आशीर्वाद दिया।
उल्लेखनीय है कि पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीन सितम्बर को रामेश्वरम् तीर्थ-दर्शन के लिये पहली ट्रेन भोपाल से रवाना की थी। राज्य शासन द्वारा यात्रियों के भोजन और आवास की व्यवस्था आईआरसीटीसी से अनुबंध करके की गई है। रामेश्वरम् में तीर्थ-यात्रियों को बीस लॉज में ठहराने की व्यवस्था की गई है। पहली टे्रन में भोपाल और होशंगाबाद संभाग के तीर्थ-यात्री रामेश्वरम् दर्शन के लिए आए हैं।