भोपाल, अक्टूबर 2014/ निर्माण श्रमिकों के बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए राज्य शासन ने भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में श्रमोदय स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के मुगालिया छाप में 10 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले प्रदेश के पहले श्रमोदय स्कूल की नींव 2 नवम्बर 2014 को रखेंगे। स्कूल के पहले अकादमिक सत्र में निर्माण श्रमिकों के पुत्र-पुत्रियों को कक्षा 6,9 एवं 11वीं में प्रवेश दिया जाएगा।
श्रम मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने बताया कि श्रमोदय स्कूल निर्माण श्रमिकों के कक्षा 6 से 12 वीं तक पढ़ने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खोले जा रहे हैं। प्रारंभिक वर्ष में कक्षा 6,9 और 11वीं में 4-4 सेक्शन खोले जाएंगे। प्रत्येक सेक्शन में 40-40 विद्यार्थी होंगे। स्कूल में होस्टल, खेलकूद, शिक्षक आवास गृह व्यवस्था भी होगी। इसके अलावा बच्चों को संस्कारित करने के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों पर भी बल दिया जाएगा। स्कूल की अधिकतम छात्र संख्या 1120 होगी जिसमें 40 प्रतिशत स्थानीय एवं अन्य बच्चों प्रवेश दिया जाएगा।
श्रमोदय स्कूल भोपाल का निर्माण मध्यप्रदेश ग्रामीण विकास निगम द्वारा 40 करोड़ की लागत से किया जाएगा।