भोपाल, अक्टूबर 2014/ कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के संकल्प को साकार करने के लिये एक से 19 नवम्बर तक ‘आँगनवाड़ी चलो अभियान’ और ‘बाल स्वच्छता’ कार्यक्रम चलाया जायेगा। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों, आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, पोषण मित्रों और समाज से इस पुनीत कार्य में सक्रिय सहयोग का आव्हान किया है।
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि सरकार का अगला लक्ष्य प्रदेश के कोने-कोने से कुपोषण को समाप्त करना है। कार्य चुनौतीपूर्ण है पर असंभव नहीं है। श्रीमती सिंह ने कहा कि सभी लोग एकजुट होकर सरकार की इस पहल को अपना समर्थन और सहयोग दें, तो हम निश्चित ही एक सुपोषित मध्यप्रदेश बनाने में कामयाब होंगे।
इस अभियान में आँगनवाड़ी केन्द्रों तक ऐसे बच्चों और धात्री माताओं को पहुँचाया जायेगा, जो अभी तक इसका लाभ नहीं उठा रहे हैं। इसके साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में ऐसा वातावरण तैयार किया जायेगा, जिसमें महिलाएँ और बच्चे अपने को असहज महसूस न करें। आँगनवाड़ी केन्द्रों के महत्व, उसकी जरूरत और इससे मिलने वाले लाभ का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा। केन्द्र से दी जाने वाली सेवाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाया जायेगा। बच्चों और धात्री माताओं को लगने वाले टीकों की जानकारी दी जायेगी और जिन्हें टीके नहीं लगे हैं, उन्हें टीके लगाये जायेंगे।
महिला-बाल विकास मंत्री ने सभी जिला, जनपद तथा ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि प्रत्येक गाँव में ग्राम पोषण तदर्थ समिति बनायी गयी है। यह समिति सशक्त भूमिका निभाये, यह सुनिश्चित करें। अभियान के दौरान प्रत्येक आँगनवाड़ी केन्द्र में पंचायत के पदाधिकारी उपस्थित हों और समुदाय को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि आँगनवाड़ी केन्द्रों के खुलने, बंद होने, उसकी गतिविधियों और दी जाने वाली सेवाओं पर भी निगरानी रखें।
मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि अभियान के साथ केन्द्रों में बाल स्वच्छता कार्यक्रम भी चलाया जायेगा। इसमें सभी माताओं को व्यक्तिगत, सार्वजनिक और बच्चों की स्वच्छता को लेकर अपनाई जाने वाली सजगता और सतर्कता की जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जो मध्यप्रदेश को स्वस्थ, सुरक्षित और स्वच्छ बनाने की दिशा में ठोस कदम है।