भोपाल, अक्टूबर 2014/ महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह से यूनिसेफ के भारत प्रमुख श्री डेविड मेक्लीगेन एवं यूनिसेफ के मध्यप्रदेश प्रमुख श्री ट्रेवर क्लार्क ने सौजन्य भेंट की। उन्होंने मध्यप्रदेश में महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये चलाई जा रही योजनाओं, उनके बेहतर क्रियान्वयन और मिल रहे परिणामों की सराहना की। उन्होंने इसके लिये महिला-बाल विकास मंत्री को बधाई दी।
श्रीमती सिंह ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं की सफलता और उनके परिणाम सामाजिक संस्थाओं के सक्रिय सहयोग और जनता की भागीदारी पर निर्भर होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के हक में जो भी योजनाएँ और कार्यक्रम मुख्यमंत्री ने बनाये हैं, उसे सभी लोगों का सहयोग मिला है।
श्री डेविड मेक्लीगन ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के कारण बालिकाओं के जन्म और उनकी परवरिश पर पड़े सकारात्मक प्रभाव को सुखद बताया है। उन्होंने कहा कि शौर्या योजना से मात्र एक वर्ष में महिलाओं के प्रति हिंसा में आई कमी इस बात का द्योतक है कि राज्य सरकार महिलाओं के हित में दृढ़ इच्छा-शक्ति के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं-बच्चों के कल्याण कार्यक्रम में यूनिसेफ पूरा सहयोग देने के लिये तत्पर है।
आयुक्त महिला सशक्तीकरण श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में यूनिसेफ के सहयोग से कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना का इम्पेक्ट एसेसमेंट यूएन वूमेन से करवाया जा रहा है। यूनिसेफ प्रमुख से उन्होंने अपेक्षा की कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 10 जिले में कन्या भ्रूण हत्या रोकने और शिशु लिंगानुपात में सुधार लाने के प्रयासों में सक्रिय सहयोग प्रदान करें।