भोपाल, अक्टूबर 2014/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कुछ विशिष्टजन का नहीं पूरे साढ़े सात करोड़ प्रदेशवासियों से जुड़ा कार्यक्रम है। इसे स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह पूरी गरिमा के साथ उत्साह और उमंग से मनाया जाय। प्रदेशवासी मिल कर इस दिन मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प लें।

श्री चौहान यहाँ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विधायकों तथा संभागीय एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में एक से आठ नवंबर तक प्रतिदिन मध्यप्रदेश बनाने से संबंधित विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाये। कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा सभी जिलों को भेजी गयी है। इसमें प्रधानमंत्री जी के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिये मध्यप्रदेश स्वच्छता अभियान से संबंधित कार्यक्रम अनिवार्य रूप से शामिल रहें। साथ ही बेटी बचाओ विषय भी कार्यक्रमों में शामिल किया जाय। जिला प्रशासन मध्यप्रदेश स्थापना दिवस आयोजन की जानकारी गाँव-गाँव तक भेजे। जिलों में प्रभारी मंत्री समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। जहाँ प्रभारी मंत्री नहीं रहेंगे वहाँ कमिश्नर अथवा कलेक्टर के मार्गदर्शन में कार्यक्रम होंगे। विकास खण्ड स्तर पर विधायकों को मुख्य अतिथि बनाया जाय। पंचायतों में विशेष ग्राम पंचायत आयोजित की जाये। कार्यक्रमों में समाजसेवियों, सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थानों, विद्यार्थियों, शासकीय कर्मचारियों, श्रमिकों और आम जनता की भागीदारी रहे। इस दिन स्कूलों में भी कार्यक्रम आयोजित किये जाये।

श्री चौहान ने कहा कि एक से आठ नवंबर तक आयोजित कार्यक्रमों के लिये ग्यारह महत्वपूर्ण विषय निर्धारित किये गये हैं। इनमें कृषि उत्पादकता में वृद्धि, कौशल विकास, स्कूल चलें हम, नशामुक्ति, वृक्षारोपण, सुशासन, स्वस्थ मध्यप्रदेश और कुपोषण की रोकथाम, शामिल हैं। जिले स्थानीय आवश्यकता और प्राथमिकता के अनुरूप अपने जिले की थीम निर्धारित कर सकते हैं। इसके साथ निबंध, भाषण, चित्रकला और खेल-कूद प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जाये। हर जिले में जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाये।

मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान अन्य विषय पर चर्चा करते हुए निर्देश दिये कि जिलों में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्राप्त निवेश प्रस्तावों पर सर्वोच्च प्राथमिकता और तत्परता से काम करें। इनसे लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा। जिलों में युवा, लघु उद्यमियों और कारीगरों को स्व-रोजगार के लिये प्रोत्साहित करें। सुशासन के लिये किये गये सुधारों का लाभ निवेशकों और उद्योगों को मिले। आगामी 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर रन फार यूनिटी कार्यक्रम को बेहतर ढंग से आयोजित किया जाय। चर्चा के दौरान विधायकों तथा अधिकारियों ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के कार्यक्रमों के बारे में सुझाव दिये।

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