भोपाल, अक्टूबर 2014/ भोपाल शहर में युद्ध स्तर पर चलाये गये स्वच्छता अभियान के कारण डेंगू गायब हो रहा है। अभी भी शहर में 32 ऐसे क्षेत्र जहाँ विभिन्न कारण से रोग की आशंका है निरंतर निगरानी नरखते हुए ऐहतियाती उपाय बरते जा रहे हैं। स्वच्छता अभियान का सकारात्मक असर यह हुआ है कि जनता में इस रोग से बचने के तौर-तरीकों की जानकारी की समझ बढ़ी है। भोपाल में प्रचार वाहनों से उदघोषणा कर लोगों को अपनी सेहत की रक्षा के लिये जरूरी सावधानियाँ बरतने से अवगत करवाया जा रहा है। जल-स्रोतों में लार्वा सर्वे का कार्य भी निरंतर चल रहा है। करीब 4000 अधिकारी-कर्मचारी अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कृष्ण ने पं. खुशीलाल आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान में एक संयुक्त बैठक में निर्देश दिये कि डेंगू रोग नियंत्रण के लिये अंतर्विभागीय समन्वय बढ़ाया जाये। प्रमुख सचिव ने जानकारी दी कि डेंगू रोग से किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है। सभी सरकारी अस्पताल में इसके उपचार की समुचित व्यवस्था है। रक्त की जाँच में पॉजीटिव पाये गये नमूनों के पश्चात रोगी को आवश्यक उपचार दिया जा रहा है। इसके साथ ही रोग की रोकथाम के लिये सभी आवश्यक उपाय पर अमल हो रहा है। प्रमुख सचिव ने बताया कि आयुष विभाग के चिकित्सक डेंगू से प्रभावित रोगियों को वैकल्पिक उपचार की शुरूआत भी कर रहे हैं। इसके अंतर्गत पपीते की पत्तियों से निर्मित जूस का नि:शुल्क वितरण कल से प्रारंभ किया जायेगा। यह जूस रक्त के विशेष घटक प्लेट की वृद्धि के लिये उपयोगी माना गया है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अलावा आयुष, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जानकारी दी गई नगर निगम भोपाल के अधिकारी-कर्मचारी डेंगू मुक्ति अभियान में बहुत सक्रियता से कार्य कर रहे हैं। शहर में लगभग 10 हजार मकान के जल- स्रोतों को लार्वा मुक्त किया गया है। अभियान अभी जारी रहेगा।
भोपाल शहर में बीते सप्ताह से बहुत सक्रिय भूमिका निभा रही आशा कार्यकर्ता अभी भी निरंतर डयूटी कर रही हैं। दीपावली जैसे त्यौहार के समय इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने जन-जागरूकता बढ़ाने और सर्वे कार्य में सेवाएँ दी हैं। भोपाल के सम्राट अशोक नगर बस्ती, रूप नगर, बाणगंगा क्षेत्र, रोशनपुरा, टीटी नगर, ई-3 अरेरा कालोनी, 1100 क्वार्टर्स और कोलार रोड की अनेक कालोनियों में जनता को खुले जल-स्रोत ढँक कर रखने की समझाईश दी गई। एएनएम, सुषमा जिसकी माँ का दो दिन पहले स्वर्गवास हुआ था, भी सर्वे कार्य में उपस्थित रही। नगर के अनेक सामाजिक संगठन ने अभियान में स्वैच्छिक सहयोग किया है। आज डेन्टल एसोसिएशन भी अभियान से जुड़ गया।
भोपाल में नागरिकों से स्वच्छता के पालन के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और सांसद आलोक संजर ने अपील की है। अपील में स्वच्छता अभियान को घर-घर का अभियान बनाने और परिवार के कम से कम एक सदस्य को इसमें शामिल करने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही लोगों से जल-स्रोत ढँक कर रखने, उनका पानी प्रति सप्ताह बदलने, पुराने टायर, कूलर साफ करने और घर के पास गढ्ढों में ठहरे पानी को हटवाने का अनुरोध किया गया है। इन उपाय के अलावा जमा हुए जल में केरोसिन या जला हुआ आयल छिड़कने और घर में मच्छरदानी के प्रयोग का अनुरोध भी किया गया है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी डेंगू से बचाव के उपायों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।