भोपाल, अक्टूबर 2014/ दीपावली पर प्रदेश में सुचारु और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इसके लिये 9000 मेगावॉट तक की व्यवस्था स्थाई अनुबंधों के माध्यम से की जायेगी। पर्व के 3 दिन के दौरान प्रदेश में अधिकतम 8500 मेगावॉट बिजली की माँग रहने की संभावना है।
एम.पी. पॉवर मेनेजमेंट कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री मनु श्रीवास्तव के अनुसार धनतेरस, नरक-चौदस और दीपावली के दिन 8500 मेगावॉट अधिकतम बिजली माँग को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के बिजली, ताप एवं जल-गृहों का पूरी क्षमता के साथ उपयोग किया जायेगा। वहीं इंदिरा सागर जल विद्युत परियोजना, सरदार सरोवर और ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का आवश्यकतानुसार प्रयोग किया जायेगा। इससे अधिक बिजली की माँग या अन्य स्थिति से भी निपटा जा सके।
रोशनी के पर्व के तीनों दिन बिजली आपूर्ति के लिये कम्पनी के ताप विद्युत गृहों से 2100 मेगावॉट और जल विद्युत गृहों से 500 मेगावॉट बिजली उत्पादन की योजना है। सेंट्रल सेक्टर (एनटीपीस) से 2500 मेगावॉट और डीवीसी से 300 मेगावॉट बिजली मिलेगी। वहीं सेंट्रल सेक्टर के बदरपुर ताप विद्युत गृह से प्रदेश को अतिरिक्त रूप से 200 मेगावॉट बिजली प्राप्त होगी। निजी बिजली उत्पादकों सासन, जे.पी. बीना, जे.पी. निगरी, बीएलए, लेंको अमरकंटक और टोरेंट से प्रदेश को इस दौरान करीब 1600 मेगावॉट बिजली प्राप्त होगी। साथ ही इस दौरान इंदिरा सागर जल विद्युत परियोजना से 800 से 900 मेगावॉट, सरदार सरोवर से 600 मेगावॉट और ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना से 400 मेगावॉट बिजली उपलब्ध होगी।
प्रदेश में बिजली की इस व्यवस्था से सभी क्षेत्र में सुचारु तथा गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति में मदद मिलेगी।